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Ayodhya: सज गई अवध नगरी, अब श्रीराम का है इंतजार; हर तरफ मंदिर निर्माण का है उल्लास

Ayodhya श्रीराम के आगमन के लिए अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह सज गई है। वर्षों से समुचित विकास को तरस रही रामनगरी अपनी निखरती आभा से अवश्य ही सुकून महसूस कर रही होगी। पूरा तंत्र रामनगरी को सुंदर एवं व्यवस्थित बनाने में व्यस्त है। हनुमानगढ़ी जाने वाला मार्ग अपनी पुरानी काया से उबर चुका है। कभी संकुचित रहा यह मार्ग अब 14 मीटर चौड़ा हो गया है।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Fri, 05 Jan 2024 12:14 PM (IST)
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सज गई अवध नगरी, अब श्री राम का है इंतजार; हर तरफ मंदिर निर्माण का है उल्लास
रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। कायाकल्प की बेला में रामनगरी का स्वरूप देखते ही बनता है। वर्षों से समुचित विकास को तरस रही रामनगरी अपनी निखरती आभा से अवश्य ही सुकून महसूस कर रही होगी। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दृष्टिगत रामनगरी को तेजी से सजाया जा रहा है। 22 जनवरी को अतिथियों की अगवानी के लिए अवधपुरी को संवारने की अधिकांश योजनाएं अब पूर्णता की ओर हैं।

पूरा तंत्र रामनगरी को सुंदर एवं व्यवस्थित बनाने में व्यस्त है। हनुमानगढ़ी जाने वाला मार्ग अपनी पुरानी काया से उबर चुका है। कभी संकुचित रहा यह मार्ग अब 14 मीटर चौड़ा हो गया है। इसका नाम भक्ति पथ है। इस मार्ग के भवनों को सिंदूरी रंग से सजाया गया है। इस मार्ग की दूसरी विशेषता है कि यह प्रदेश की पहली व्हाइट टापिंग रोड है, जिसका निर्माण पीडब्ल्यूडी ने कराया है।

सज रही है अयोध्या नगरी

सआदतगंज से नयाघाट तक 14 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर भवनों को हल्के पीले और क्रीम रंग से रंगा गया है। मार्ग के प्रवेश द्वार सआदतगंज में आगंतुकों का स्वागत करती आदमकद प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है।जन्मभूमि कॉरिडोर की छवि महल के गलियारे की भांति दिखने लगी है।

पथ के किनारे दीवार बनाने का काम भी पूरा हो चुका है। इस दीवार पर झरोखों से युक्त ऐसी डिजाइन बन रही है, जैसे महलों में हुआ करती है। वर्षों तक लंबे एवं घुमावदार मार्गों से होकर रामलला के दरबार में पहुंचने वाले श्रद्धालु इस मार्ग से 750 मीटर दूरी तय कर मंदिर पहुंच जाएंगे।

अब है भगवान राम का इंतजार

जन्मभूमि पथ पर मिलीं कानपुर की नीलम ने बताया कि रामनगरी आकर ऐसा लगता है कि मानो पूरी अयोध्या भगवान के स्वागत के लिए सजधज कर तैयार हो रही है। धर्मपथ पर रामायण आधारित चित्र कई दीवारों पर बन चुके हैं। सूर्यस्तंभ लग चुके हैं। सूर्यदेव की प्रतिमा लगना शेष है। यह फोरलेन मार्ग भविष्य में हाईवे से राममंदिर को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग होगा।

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