Ram Mandir: जागरण की खबर पर लगी मुहर, योगीराज की बनाई रामलला की प्रतिमा की होगी स्थापना
चंपतराय ने ट्रस्ट की रामघाट स्थित मंदिर निर्माण कार्यशाला में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि ट्रस्ट के सदस्यों ने आम सहमति से अरुण योगीराज द्वारा निर्मित प्रतिमा पसंद की है। महासचिव ने अरुण योगीराज की कला की प्रशंसा करते हुए बताया कि केदारनाथ में स्थापित शंकराचार्य तथा दिल्ली के इंडिया गेट पर स्थापित नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा के मूर्तिकार योगीराज ही हैं। वह देश के प्रमुख मूर्तिकार हैं।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में मैसूर (कर्नाटक) के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा निर्मित रामलला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह घोषणा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने की।
दैनिक जागरण ने अपने सूत्रों के माध्यम से 30 दिसंबर के अंक में बता दिया था कि योगीराज द्वारा निर्मित श्यामवर्ण की प्रतिमा को ही नवनिर्मित मंदिर में स्थापित किया जाएगा।
चंपतराय ने ट्रस्ट की रामघाट स्थित मंदिर निर्माण कार्यशाला में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि ट्रस्ट के सदस्यों ने आम सहमति से अरुण योगीराज द्वारा निर्मित प्रतिमा पसंद की है।
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ट्रस्ट के महासचिव ने अरुण योगीराज की कला की प्रशंसा करते हुए बताया कि केदारनाथ में स्थापित शंकराचार्य तथा दिल्ली के इंडिया गेट पर स्थापित नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा के मूर्तिकार योगीराज ही हैं। वह देश के प्रमुख मूर्तिकार हैं। चंपतराय ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में पूजित प्रतिमाओं का भी सम्मान किया जाएगा।
दैनिक जागरण में 30 दिसंबर के अंक में प्रकािशत खबर
चंपतराय ने बताया कि 22 जनवरी को गर्भगृह में रामलला के विग्रह की स्थापना से जुड़ी तैयारियों को ध्यान में रखकर वैकल्पिक गर्भगृह में विराजे रामलला का दर्शन 21 व 22 जनवरी को बंद रखे जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इस दौरान रामलला की नियमित पूजा-आरती एवं भोग-राग का क्रम निर्बाध रूप से चलेगा। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधि वाद्यों का वादन होगा।
मध्याह्न 12:20 से एक बजे तक चलेगा पूजन
ट्रस्ट महासचिव ने स्पष्ट किया कि रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान तो मंगलवार से ही शुरू हो रहा है, किंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य पूजन 22 जनवरी को मध्याह्न 12:20 से एक बजे तक चलेगा।
मनोभाव प्रकट करेंगे प्रधानमंत्री
प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री सहित संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्बोधन भी होगा।
चंपतराय के अनुसार इसे भाषण या उद्बोधन कहना उचित नहीं होगा, बल्कि इस ऐतिहासिक एवं महनीय अवसर पर प्रधानमंत्री सहित अन्य विशिष्ट जन अपने मनोभाव प्रकट करेंगे, जबकि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास आशीर्वचन देंगे।
गर्भगृह में 18 को ही स्थापित होगी प्रतिमा
18 तारीख को गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा अपने स्थान पर स्थापित कर दी जाएगी, किंतु स्थापना की प्रक्रिया प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के रूप में चलती रहेगी और 22 जनवरी को एक बजे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की पूर्णाहुति के साथ स्थापना की प्रक्रिया पूर्ण होगी। इसके बाद ही नए गर्भगृह में रामलला का दर्शन-पूजन शुरू हो सकेगा।