अवधेश प्रसाद के बेटे की बढ़ी मुश्किलें, अयोध्या में अपहरण का केस दर्ज; सपा ने उपचुनाव लिए बनाया है प्रत्याशी
सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद के खिलाफ पुलिस ने अपहरण बंधक बनाने और मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। भूमि की खरीद में रुपये के लेन-देन को लेकर विवाद था। कोतवाल नगर अश्विनी पांडेय ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। नामजद आरोपितों में शामिल आरक्षी पुलिस लाइन में तैनात है। घटना में आरक्षी की भूमिका के बारे में भी पड़ताल की जा रही है।
संवाद सूत्र, अयोध्या। सपा सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद के खिलाफ पुलिस ने अपहरण, बंधक बनाने और मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। एफआईआर में एक आरक्षी के साथ 10-15 अज्ञात लोगों को भी आरोपित बनाया गया है। भूमि की खरीद में रुपये के लेन-देन को लेकर विवाद था। अजीत प्रसाद को सपा ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित कर रखा है।
पूराकलंदर के पलिया रिसाली निवासी रवि तिवारी ने एफआईआर दर्ज कराई है। रवि का कहना है कि उनके परिचित अकवारा निवासी शीतला प्रसाद भूमि बेचना चाहते थे। बयाना के तौर पर उन्होंने शीतला प्रसाद को एक लाख रुपये दिए थे। रवि की मध्यस्थता में शीतला ने अजीत प्रसाद तथा लालबहादुर के नाम बैनामा कर दिया। इसके बदले अजीत ने चेक से रवि को एक लाख रुपये दिए। रवि का आरोप है कि बैनामा होने के बाद राजनीतिक प्रभाव दिखाकर अजीत प्रसाद एक लाख रुपये वापस लेना चाहते हैं।
शनिवार को सिविल लाइंस स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के पास से अजीत प्रसाद अपने साथी राजू यादव, पुलिस लाइन में तैनात आरक्षी शशिकांत राय व 10-15 अज्ञात लोगों के साथ पांच कारों से आए और घसीटकर गाड़ी में बैठा लिया। वाहन के अंदर मारते-पीटते हुए ले गए और तहसील सदर के पास उतार दिया। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस ने रवि के बयान में विरोधाभास बताया था, लेकिन देर रात प्राथमिकी दर्ज कर ली गई।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
कोतवाल नगर अश्विनी पांडेय ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। नामजद आरोपितों में शामिल आरक्षी पुलिस लाइन में तैनात है। घटना में आरक्षी की भूमिका के बारे में भी पड़ताल की जा रही है।
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