फर्जी कोर्ट ऑर्डर लेकर जब्त शराब छुड़ाने पहुंचे शातिर को भेजा जल, जज के यहां ही थी तैनाती; दीवानी में खुसर-फुसर तेज
बलिया में एक अदालत के लिपिक को फर्जी मोहर लगाकर सहतवार थाने पर फर्जी रिलीज आर्डर भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित लिपिक सुनील कुमार उपाध्याय को जेल भेज दिया गया है। पुलिस जांच में कुछ अधिवक्ताओं के नाम भी सामने आ सकते हैं। इस मामले में गिरफ्तार आरोपित दीपंशु गुप्ता से पूछताछ की जा रही है।
जागरण संवाददाता बलिया। अदालत का फर्जी मोहर लगाकर सहतवार थाने पर फर्जी रिलीज आर्डर भेजने के मामले में कोतवाली पुलिस ने आराेपित लिपिक को सुनील कुमार उपाध्याय को जेल भेज दिया गया है। वह अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की अदालत में तैनात था।
पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर शनिवार को सीजेएम पराग यादव की अदालत में पेश किया। इस बीच परिसर में गहमा गहमी का माहौल रहा। लिपिक की गिरफ्तारी करे लेकर दीवानी न्यायालय के अन्य कर्मचारी आक्रोशित थे। उनका कहना है कि मामले की जांच निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए।
इसको लेकर वह जिला जज अमित पाल सिंह एवं सीजेएम से भी मिले। बताया जा रहा है कि पुलिस की जांच में कुछ अधिवक्ता के नाम भी सामने आ सकता है। विवेचक भी कुछ बाेलने से कतरा रहे थे।
बताया कि जांच बिल्कुल स्पष्ट हो रही है और निर्दोष व्यक्ति के साथ किसी भी सूरत में अन्याय नहीं होगा। इस मामले में गिरफ्तार आरोपित दीपंशु गुप्ता निवासी ऊमरगंज को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
दीपांशु गुप्ता ही फर्जी रिलीज आर्डर लेकर कोतवाली में गया था। जांच कर रही पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी। इस दौरान लिपिक का नाम सामने आने पर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि लिपिक ने ही न्यायाधीश का फर्जी हस्ताक्षर और मोहर लगाया था।
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