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गोरखनाथ मंदिर में धूमधाम से मनाई जाएगी जन्माष्टमी, कान्हा को झूले में झुलाकर योगी मनाएंगे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में जन्माष्टमी मनाएंगे यहां श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। भजन संध्या का मंच सजेगा और श्रीकृष्ण बालरूप सज्जा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री उन बच्चों के साथ खेलेंगे और उपहार के साथ विदा करेंगे। मध्य रात्रि मंदिर के गर्भगृह में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की विशिष्ट पूजा के साथ जन्माष्टमी पूजा की शुरुआत करेंगे।

By Rakesh Rai Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Mon, 26 Aug 2024 02:40 PM (IST)
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में कान्हा को झूला झुलाएंगे। (File Photo)

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में कान्हा को झूला झुलाएंगे। विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर जन्माष्टमी मनाएंगे। पर्व को मनाने के लिए वह सोमवार की देर शाम गोरखपुर आएंगे। मंदिर में उनकी मौजूदगी में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा।

शाम ढलने के साथ ही भजन संध्या का मंच सजेगा, जिसके जरिये परिसर श्रीकृष्ण भजनों से गूंजेगा। यह सिलसिला आधी रात यानी कान्हा के जन्म होने तक चलेगा।

कार्यक्रम के क्रम में श्रीकृष्ण बालरूप सज्जा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। दो वर्ग में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में कान्हा बनकर आने वाले बच्चे आकर्षण का केंद्र होंगे।

मुख्यमंत्री उन बच्चों के साथ खेलेंगे और उपहार के साथ विदा करेंगे। जन्माष्टमी पूजा की शुरुआत मुख्यमंत्री मध्य रात्रि मंदिर के गर्भगृह में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की विशिष्ट पूजा के साथ करेंगे।

रात 12 बजे प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म के बाद मंगल ध्वनि और सोहर गीत के बीच वह उन्हें गोद में लेकर गर्भगृह से बाहर आएंगे।

इसके बाद प्रार्थना कक्ष में उन्हें पालने में बैठाएंगे और श्रद्धाभाव से झुलाएंगे। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि पूजा-अर्चना के बाद का सारा कार्यक्रम मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में होगा।

कार्यक्रम के संयोजक राकेश श्रीवास्तव ने बताया की श्रीकृष्ण बाल रूप सज्जा प्रतियोगिता दो वर्गों कान्हा व गोपाल वर्ग में आयोजित होगी।

कान्हा प्रतियोगिता में एक से पांच वर्ष तक और गोपाल वर्ग में छह से आठ वर्ष तक के बच्चे प्रतिभागी होंगे। प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण सोमवार को मंदिर कार्यालय में होगा। पंजीकरण का कोई शुल्क नहीं लगेगा।