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UP News: छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय में बवाल, 12 छात्रों पर मुकदमा दर्ज

गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्रनेताओं ने जमकर हंगामा किया। कुलपति कार्यालय में तोड़फोड़ की कोशिश की। पुलिस ने बल प्रयोग कर छात्रनेताओं को हिरासत में लिया। 12 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। छात्रों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव उनका अधिकार है। मौके पर छात्रों ने पुलिस से भी जमकर नोंकझोक की।

By Rakesh Rai Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 25 Sep 2024 01:58 PM (IST)
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गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में धरना कर रहे छात्रों को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस। जागरण

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्रनेताओं का जोश लंबे समय बाद मंगलवार को एक बार फिर उबाल खा गया। उन्होंने कुलपति कार्यालय में इसके लिए जमकर बवाल काटा। प्राक्टर के अलावा पुलिस से भी जमकर नोंकझोक की।

कुलपति तक पहुंचकर अपनी मांग रखने के लिए जब उन्होंने कुलपति कक्ष का दरवाजा तोड़कर अराजकता फैलाने की कोशिश की तो पुलिस का धैर्य भी जवाब दे गया। सभी प्रदर्शनकारी नेताओं को पुलिस बल प्रयोग करते हुए हिरासत में ले लिया और देर शाम हंगामें में शामिल एक पुरातन छात्र सहित 12 छात्रों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।

प्रदर्शनकारी छात्रनेता सुबह 11 बजे इंदिरा बाल विहार तिराहे पर इकट्ठा हुए और वहां से लेटते हुए विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन तक पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने कुलपति कार्यालय घेर लिया और कुलपति से मिलने की जिद करने लगे। कुलपति ने पांच छात्रनेताओं के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की शर्त रखी तो छात्रनेता उग्र हो गए और झुंड में मिलने की जिद करने लगे और इसके लिए कुलपति कक्ष का दरवाज तोड़ने की कोशिश करने लगे।

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मौके पर पहुंची पुलिस ने जब उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की तो धक्कामुक्की पर उतारू हो गए। मामला बिगड़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने एसपी सिटी अभिनव त्यागी को इसकी सूचना दी तो मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे एसपी सिटी ने तत्काल प्रभाव से हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रनेताओं को हिरासत में लेने का निर्णय ले लिया।

देर शाम गार्ड राम बहादुर सिंह की ओर से विश्वविद्यालय की तहरीर कैंट थाने पहुंची तो 12 छात्रों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, बलवा, तोडफ़ोड़ व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

ढाई घंटे तक चला धरना-प्रदर्शन

छात्रसंघ चुनाव बहाल करने की मांग को लेकर छात्रनेताओं का का धरना-प्रदर्शन करीब ढाई घंटे तक चला। छात्रों का कहना था कि छात्रसंघ चुनाव हमारा अधिकार है। इससे छात्रों व विश्वविद्यालय के नीति निर्धारकों के बीच संतुलन बना रहता है।

इस दौरान उन्होंने कुलपति व विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन करते हुए कई छात्रनेता तबीयत खराब होने करने का नाटक करते हुए देखे गए। हालांकि पुलिस बल के आते ही उनका यह नाटक बंद हो गया। वीसी कार्यालय पर छात्रनेता करीब डेढ़ घंटा जमे रहे।

12 में से छह ही छात्र गोवि के

कुलपति कार्यालय में प्रदर्शन करने वाले जिन 12 छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें छह ही छात्र ऐसे हैं, जो गोरखपुर विश्वविद्यालय के किसी पाठ्यक्रम में पंजीकृत हैं। एक पुरातन छात्र के अलावा बाकी चार छात्र डीवीएन पीजी कालेज और एक छात्र डीएवी पीजी कालेज का था। उसमें से कई छात्र समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं।

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बीते दिनों भी गोवि के तीन छात्रोंं पर दर्ज हुआ था मुकदमा

मंगलवार के धरना-प्रदर्शन में गोरखपुर विश्वविद्यालय के तीन छात्र ऐसे हैं, जिनके खिलाफ कुछ दिन पहले भी प्रदर्शन करने के आरोप में विश्वविद्यालय प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया था। यह छात्र हैं, सतीश प्रजापति, प्रतीक तिवारी व सत्यम गोस्वामी। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन छात्राें की बर्खास्तगी का निर्णय लेने का मन बना लिया है।

इनपर पर दर्ज हुआ मुकदमा

सतीश प्रजापति (गोवि), प्रतीक तिवारी (गोवि), राजवीर यादव (गोवि), विशाल सिंह श्रीनेत (डीवीएन पीजी), विनोद यादव (डीवीएन पीजी), सिद्धार्थ यादव (एमजी पीजी), विशाल यादव (डीवीएन पीजी), अभिषेक यादव (गोवि), अमन पासवान (डीवीएन पीजी), संजय यादव (पुरातन छात्र, गोवि), दिव्यांश सिंह (गोवि), सत्यम गोस्वामी (गोवि)