Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

जेडी स्वास्थ्य ने माकड्रिल के जरिए परखी पीकू वार्ड की तैयारी

जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिला अस्पताल के पीकू वाड

By JagranEdited By: Updated: Sat, 18 Dec 2021 06:52 PM (IST)
Hero Image
जेडी स्वास्थ्य ने माकड्रिल के जरिए परखी पीकू वार्ड की तैयारी

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिला अस्पताल के पीकू वार्ड की दक्षता शनिवार को जेडी स्वास्थ्य ने माकड्रिल के माध्यम से परखी। उन्होंने बेहतर प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया साथ ही बीएसएल-टू लैब का भी निरीक्षण किया। वहीं शिवली सीएचसी में भी माकड्रिल हुई।

जेडी स्वास्थ्य डा. सुषमा तिवारी की निगरानी में पीकू वार्ड में एंबुलेंस से एक बच्चे को लाया गया। डा. अमर चंद्र गुप्ता ने मरीज की बीपी, आक्सीजन स्तर की जांच की। वार्ड में मरीज को बेड में लिटा लाइफ सपोर्ट सिस्टम से जोड़कर उपचार शुरू किया गया। इसी प्रकार मरीज का प्रतिरूप बने ओटी टेक्नीशियन अरसद को एंबुलेंस एल-टू अस्पताल लाई जहां उन्हें स्ट्रेचर पर लिटा कर वार्ड में ले जाया गया। क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन संदीप शर्मा, सूरज वाल्मीकि से वेंटीलेकर के बाईपास मोड की प्रक्रिया पूरी करा लंग्स के सही तरीके से काम नहीं करने पर इसका कैसे प्रयोग करना है को समझा। इसके बाद उन्होंने आरटीपीसीआर जांच के लिए बनाई गई बीएसएल-टू लैब का निरीक्षण किया। सीएमएस डा. वंदना सिंह, डिप्टी सीएमओ डा. एपी वर्मा मौजूद रहे। उधर सीएचसी शिवली में डिप्टी सीएमओ डाक्टर आइएच खान की मौजूदगी में झम्मा निवादा गांव निवासी रंजीत गौतम की पांच वर्षीय मासूम पुत्री पायल को मरीज बनाकर एंबुलेंस से उसे सीएचसी शिवली लाया गया। डिप्टी सीएमओ ने सीएचसी के प्रभारी डा. पीयूष त्रिपाठी से पीकू वार्ड की तैयारी के बाबत जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि आक्सीजन सिलिडर डी टाइप 22 व बी टाईप 15 सिलिडर उपलब्ध है। इस दौरान डाक्टर सिधुजा, डाक्टर सोनम, फार्मासिस्ट नंदकिशोर, पुष्पा, एलटी विनय कुमार रहे।

डाक्टरों की कमी पूरी होगी

कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने प्रभाव धीरे-धीरे शुरू कर दिया है फिलहाल अभी जिले में कोई समस्या नहीं है। जिला अस्पताल के डा. अमर चंद्र गुप्ता सहित जिले में बच्चों के चार डाक्टर हैं जनसंख्या के हिसाब से यह पर्याप्त नहीं हैं। इस सवाल पर जेडी स्वास्थ्य डा. सुषमा तिवारी ने बताया कि वैसे तो पूरे प्रदेश में डाक्टरों की कमी है, फिर भी मांग पर डाक्टरों की कमी पूरी की जाएगी। मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी।