मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर को लेकर कही बड़ी बात- अयोध्या में अब गोली नहीं चलेगी, मिलेंगे लड्डू के गोले
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई अयोध्या में अब कभी कर्फ्यू नहीं लगेगा बल्कि रामनाम संकीर्तन होगा। अब यहां कोई गोलियां नहीं चलाएगा बल्कि रामभक्तों को लड्डू के गोले मिलेंगे। अब कोई भी अयोध्या में पंचकोसी चौदह कोसी और चौरासी कोसी परिक्रमाओं को रोकने का साहस नहीं करेगा। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में राम के बगैर कोई काम नहीं होता।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अयोध्या में अपने नव्य धाम में 22 जनवरी को विराजित होने जा रहे रामलला 12.36 लाख रामभक्तों की ओर से हथकरघे पर भक्तिभाव और श्रद्धा से बुने गए रेशमी वस्त्रों को धारण करेंगे।
पुणे के हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से तैयार कराये गए इन आठ जोड़ी वस्त्रों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित ‘दो धागे-श्रीराम के लिए’ कार्यक्रम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ श्रेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविन्द देव गिरी व मार्गदर्शक सुनील जोशी ‘भैयाजी’ को सौंपा।
रामभक्तों को लड्डू के गोले मिलेंगे
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नई अयोध्या में अब कभी कर्फ्यू नहीं लगेगा, बल्कि रामनाम संकीर्तन होगा। अब यहां कोई गोलियां नहीं चलाएगा बल्कि रामभक्तों को लड्डू के गोले मिलेंगे। अब कोई भी अयोध्या में पंचकोसी, चौदह कोसी और चौरासी कोसी परिक्रमाओं को रोकने का साहस नहीं करेगा।अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में राम के बगैर कोई काम नहीं होता। अयोध्या के नव्य मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा लोकआस्था और जनविश्वास की पुनर्प्रतिष्ठा है। रामलला के लिए तैयार किये गए वस्त्रों में रामभक्ति का ताना, हैंडलूम का बाना है। 500 वर्षों तक श्रीराम जन्मभूमि का मुद्दा कभी दबा नहीं।
कभी पूज्य संतों ने, कभी राजे-रजवाड़ों ने तो कभी धर्मयोद्धाओं ने, अलग-अलग कालखंड में लोगों ने संघर्ष जारी रखा। बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे, बिना झुके। ऐसा उदाहरण कहीं और देखने को नहीं मिलता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसने राम को भजा उसे हनुमान की तरह देवतुल्य माना गया और जो उनसे भागा, वह मारीच की तरह पशुवत मारा गया। प्रभु श्रीराम को उन्होंने चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति का माध्यम बताया।
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