जब पूरी रफ्तार में हुआ ऑडी और स्कॉर्पियो का आमना-सामना, शोरूम से निकलने के चार घंटे बाद कबाड़ हो गई कार
कृषि भवन चौराहे पर रविवार शाम करीब सात बजे तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ऑडी कार से भिड़ंत के बाद पलटी और एक फल दुकान में घुस गई। हादसे में दो फल विक्रेता घायल हो गए। फल की दुकान टूट गई। फल सड़क पर फैल गए। दोनों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। स्कॉर्पियो चला रहे डॉ. अभिषेक राज चार घंटे पहले ही शोरूम से नई कार खरीद कर लाए थे।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। कृषि भवन चौराहे पर रविवार शाम करीब सात बजे तेज रफ्तार स्कॉर्पियो, ऑडी कार से भिड़ंत के बाद पलटी और एक फल दुकान में घुस गई। हादसे में दो फल विक्रेता घायल हो गए। फल की दुकान टूट गई। फल सड़क पर फैल गए। दोनों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। स्कॉर्पियो चला रहे डॉ. अभिषेक राज चार घंटे पहले ही शोरूम से नई कार खरीद कर लाए थे।
हादसे से पूरे चौराहे पर अफरातफरी मच गई। चीख पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग और एक कोचिंग सेंटर के कुछ छात्र दौड़े। उन्होंने कार स्कॉर्पियो में फंसे डाॅ. अभिषेक राज को किसी तरह सुरक्षित निकाला। हादसे में घायल फल विक्रेता छोटेलाल सोनकर और दर्शन सोनकर अस्पताल भेजा।
क्रेन मंगवाकर स्कॉर्पियो और ऑडी को किनारे करवाया
सुलतानगंज चौकी प्रभारी आलोक कुमार सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे। क्रेन मंगवाकर स्कॉर्पियो और ऑडी को किनारे करवाया। उन्होंने बताया कि दोनों गाड़ियां काफी तेज रफ्तार में थीं। स्कॉर्पियो सुलतानगंज चौकी की और से कृषि भवन की तरफ आ रही थी। ऑडी कार बटलर कॉलोनी चौराहे की ओर से अशोक मार्ग को जा रही थी। दोनों गाड़ियां चौराहे पर एक दूसरे से भिड़ गई थीं।
दोपहर ही खरीदी थी कार
डाॅ. अभिषेक राज ने बताया कि वह गोमती नगर के रहने वाले हैं। वह दांत के डॉक्टर हैं और प्रॉपर्टी का काम करते हैं। दोपहर करीब तीन बजे ही शोरूम से नई स्कॉर्पियो कार खरीद कर लाए थे। मंदिर से पूजन कराकर सुलतानगंज चौकी के पास रहने वाले अपने एक मित्र के पास गए थे। मित्र से मिलकर लौट रहे थे।
चौकी प्रभारी ने बताया कि अभी इस मामले में किसी ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर जांच कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
दुकान बढ़ाने की तैयारी कर रहा था दुकानदार
फल दुकानदार छोटेलाल ने बताया कि वह दुकान बढ़ा रहे थे। तभी एकाएक स्कॉर्पियो दुकान में घुस गई। वह और उनका भाई दर्शन ठेले के पीछे दब गए थे। आस पड़ोस के लोगों ने किसी तरह उन्हें निकाला।
रविवार न होता तो हो जाता बड़ा हादसा
छोटेलाल ने बताया कि हादसा इतना भीषण था कि अगर रविवार न होता तो कई लोगों की जान तक जा सकती थी। छुट्टी के कारण सड़क पर सन्नाटा था। सामान्य दिनों में इस रोड पर ट्रैफिक और लोग अधिक रहते हैं।
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