नीरज चोपड़ा ने फोन कर अन्नू से कहा, 'मैं नहीं खेल रहा, तुम्हारे ऊपर है जिम्मेदारी,' मेरठ की बेटी ले आई मेडल
Commonwealth Games 2022 मेरठ की अन्नू रानी ने कामनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता। उन्होंने बताया कि गेम्स के दौरान उन्हें ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने फोन पर प्रेरणा दी। जैवलिन थ्रो के महिला वर्ग में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली अन्नू देश की पहली खिलाड़ी हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। जैवलिन थ्रो में हीरो बन चुके नीरज चोपड़ा से ही इस खेल में देश की उपलब्धि पूर्ण नहीं होती. जब तक कि अन्नू रानी का नाम न लिया जाए, क्योंकि जैवलिन थ्रो के महिला वर्ग में किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में उनसे पहले भारत को पदक नहीं मिला था। कामनवेल्थ गेम्स 2022 में अन्नू ने कांस्य पदक जीता। गेम्स के समापन पर मंगलवार को वह मेरठ में प्रभात आश्रम के बाद अपने तहेरे भाई के घर पहुंचीं। अन्नू ने पत्रकारों से बातचीत में एक खास बात कही कि नीरज चोपड़ा ने उन्हें फोन कर कहा था कि 'मैं नहीं खेल रहा हूं, ऐसे में तुम्हारे ऊपर जिम्मेदारी है कि भारत के लिए पदक जरूर जीतो।'
'अब लड़कियां भी जैवलिन आ रहीं, मेरे पदक से मिलेगी प्रेरणा'
ओलिंपिक में नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के बाद उनके वीडियो देखकर हजारों लोगों ने वीडियो तैयार करके इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया था, ऐसी दीवानगी क्या लड़कियों में अन्नू को लेकर देखने को मिलेगी। इस प्रश्न पर मुस्कराते हुए अन्नू ने कहा कि अब लड़कियां भी जैवलिन थ्रो में आ रही हैं। शायद उनके पदक जीतने से प्रेरणा मिले। इस गेम्स में भी भविष्य बेहतर है।
नीरज चोपड़ा ने कहा था 'तुम्हारे ऊपर है भारत की जिम्मेदारी'
अन्नू रानी बताया कि कामनवेल्थ गेम्स में भाग लेने पर नीरज चोपड़ा ने फोन पर बात की थी। उनसे नीरज ने कहा था कि 'मैं नहीं खेल रहा हूं ऐसे में तुम्हारे ऊपर जिम्मेदारी है कि महिला वर्ग में भारत के लिए जैवलिन में पदक जरूर जीतो'। पदक जीतने के बाद भी नीरज चोपड़ा ने बधाई दी। अन्नू ने बताया कि अब उनका लक्ष्य एशियन गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। बताया कि उन्हें क्रिस्टियानो रोनाल्डो और बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का प्रदर्शन उत्साहित करता है।
'बिना कोच के नहीं करें अभ्यास'
अन्नू रानी ने कहा कि बिना कोच के अभ्यास नहीं करनी चाहिए क्योंकि एक बार अपने मन से आदत डाल लेंगे तो बाद में खेल के नियम के तहत खुद को ढालने में समय लग जाएगा, क्योंकि यह पेचीदा गेम होता है। कहा कि अगर किसी को अभ्यास करना है तो बड़े मैदान में करे।
विवेकानंद सरस्वती के आशीर्वाद से पाया मुकाम
मेरठ पहुंचने पर सबसे पहले टीकरी स्थित गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद सरस्वती से आशीर्वाद लेने पहुंचीं। अन्नू ने कहा कि 'वह जिस मुकाम पर हैं वह स्वामी जी के आशीर्वाद की बदौलत संभव हुआ है। गांव के माहौल के देखते हुए जहां लड़कियों का बाहर निकलना अच्छा नहीं माना जाता था। ऐसे में स्वामी जी ने ही पिताजी से कहा था कि वह खेलने की अनुमति दें। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी ऐसे में उनके द्वारा ही मुझे स्पाइक वाले शूज और जैवलिन उपलब्ध कराए गए। '
गांव में तैयार हो रही अन्नू की पसंदीदा घीया की लौज
अन्नू रानी बुधवार को बहादुरपुर गांव स्थित अपने घर पहुंचेंगी। घर पहुंचने से पहले कंकरखेड़ा से लेकर उनके गांव तक स्वागत यात्रा निकलेगी। कई स्थानों पर स्वागत होगा। अन्नू की पसंदीदा मिठाई घीया की लौज है। जिसे बनवाया जा रहा है। वहीं, ग्रामीणों ने भी अन्नू के स्वागत को तैयारियां शुरू कर दी है।