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Ganga Expressway Update: गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण में लगी बाधा दूर, मेरठ में शुरू हुआ पेड़ों का कटान

गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए मेरठ में पेड़ों की कटाई शुरू हो गई है। शाफियाबाद लोटी गांव में कब्रिस्तान की 23 बीघा भूमि को एक्सप्रेस-वे में शामिल किया गया है और इसके बदले में पास में ही दूसरी भूमि प्रदान की गई है। अब तक पांच में से चार बाधाओं का समाधान हो चुका है।

By anuj sharma Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 07 Sep 2024 12:49 PM (IST)
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गंगा एक्सप्रेस-वे पर गांव शाफियाबाद लोटी के क्षेत्र में खड़े पेड़ जो कि एक्सप्रेस-वे निर्माण में बाधा बने थे। जागरण

अनुज शर्मा. जागरण, मेरठ। प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में मेरठ जनपद में आ रही बाधाओं को दूर कर लिया गया है। अंतिम बाधा गांव शाफियाबाद लोटी में कब्रिस्तान की भूमि में खड़े पेड़ थे। जिनकी नीलामी कराकर जिला प्रशासन ने पेड़ का कटान शुरू करा दिया है। कब्रिस्तान की 23 बीघा भूमि को गंगा एक्सप्रेस-वे में शामिल किया गया है। इसके बदले पास में ही दूसरी भूमि प्रदान की गई है।

मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। इसका निर्माण भी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण करा रहा है। एक्सप्रेस-वे को दिसंबर तक पूरा करके शुरू कराने का प्रयास है।

मेरठ जनपद में इस मार्ग के निर्माण में पांच स्थानों पर बाधा थी। जिनमें से चार का समाधान पहले ही हो चुका है लेकिन गांव शाफियाबाद लोटी में कब्रिस्तान की भूमि में खड़े 158 पेड़ एक्सप्रेस-वे के निर्माण को रोककर खड़े थे।

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जमीन के बदले जमीन दी, हुई पेड़ों की नीलामी

गांव शाफियाबाद लोटी में गाटा संख्या 965 की 23 बीघा 300 मीटर कब्रिस्तान में दर्ज है। इस भूमि का अधिग्रहण एक्सप्रेस-वे के लिए किया गया है। ग्रामीण इस जमीन के बदले जमीन की मांग कर रहे थे। यूपीडा द्वारा पास में ही इतनी ही भूमि उन्हें बदले में देकर ग्रामीणों को शांत किया गया।

इसके बाद अधिग्रहीत भूमि में खड़े 158 पेड़ का कटान चुनौती बना। आखिरकार 27 अगस्त को तहसील सदर के सभागार में आयोजित नीलामी प्रक्रिया के दौरान इन पेड़ों को नीलाम किया गया। नीलामी को जिलाधिकारी द्वारा स्वीकृत कर दिया गया। जिसके बाद यूपीडा की निर्माणकर्ता एजेंसी के अधिशासी अभियंता ने नीलामी छुड़ाने वाले ठेकेदार रिजवान सुजड़ु मुज्जफरनगर को पत्र भेजकर पेड़ काटने की अनुमति प्रदान की गई।

शुरू हुआ पेड़ कटान

नीलाम किए गए 158 पेड़ का कटान भी शुरू हो गया। ठेकेदार के कार्मिकों ने पेड़ काटकर उनकी लकड़ियां उठानी शुरू कर दी हैं।

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इन्होंने कहा 

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे की सभी बाधाएं दूर हो गईं हैं। पेड़ों के कटान की अनुमति के बाद अब कोई बाधा नहीं बची है। शीघ्र निर्माण एजेंसी इस स्थान पर अधूरे मार्ग का निर्माण पूरा कर देगी।