Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

UP News: निर्दोष को जीआरपी ने लखनऊ से उठाया, बाद में गुपचुप तरीके से युवक को छोड़ा; तीन लाइन हाजिर

चोरी के मामले में जीआरपी मुरादाबाद ने लखनऊ के चिनहट क्षेत्र के युवक को उठा लिया। उसे हिरासत में लेने के बाद उसके घर पर बाकायदा फोन किया गया जिससे खलबली मच गई। पूछताछ होती रही। घटनाक्रम में कोई संलिप्तता ना होने पर गुपचुप युवक को छोड़ दिया गया और मामले को दबा दिया गया। एसपी जीआरपी ने तीनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 22 Sep 2024 05:45 AM (IST)
Hero Image
निर्दोष को जीआरपी ने लखनऊ से उठाया, बाद में गुपचुप तरीके से युवक को छोड़ा

 जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। चोरी के मामले में जीआरपी मुरादाबाद ने लखनऊ के चिनहट क्षेत्र के युवक को उठा लिया। उसे हिरासत में लेने के बाद उसके घर पर बाकायदा फोन किया गया जिससे खलबली मच गई। पत्नी भागते हुए चिनहट थाने पहुंची। घटनाक्रम बताया। नंबर ट्रेस करने पर लोकेशन मुरादाबाद ही आई। लखनऊ पुलिस ने जानकारी एसएसपी मुरादाबाद को दी।

उन्होंने तत्काल ही एसओजी लगाई। रातभर गहमागहमी के बीच युवक की लोकेशन जीआरपी मुरादाबाद ही ट्रेस हुई। टीम पहुंची, तब उसे छोड़ा गया। शाम को एसपी जीआरपी आशुतोष शुक्ला ने बिना आरोप के युवक को उठाने पर सर्विलांस सेल के तीनों सिपाहियों रोहित कुमार, सौरभ पवार व प्रिंस कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। जारी आदेश में तीनों को हटाए जाने का कारण प्रशासनिक आधार बताया गया।

ऐसे खुला भेद

दरअसल, मुरादाबाद जीआरपी चोरी के एक मामले में राजफाश में जुटी है। ट्रेन के ए-वन क्लास में हुई हाईप्रोफाइल चोरी में कई टीमें लगीं हैं। इस बीच 17 सितंबर को मुरादाबाद जीआरपी ने एक चोर को उठाया। उस पर बरेली व मुरादाबाद जीआरपी में चोरी के 22 मुकदमे हैं। उससे पूछताछ होती रही। उससे पूछताछ व स्वीकारनामे का हवाला देकर जीआरपी ने लखनऊ के चिनहट के रहने वाले युवक अमरदीप को उठा लिया।

टीम उसे मुरादाबाद लेकर आ गई। उधर, स्वजन उसे खोजने में जुट गए। इस बीच अमरदीप के घर पर एक फोन पहुंचा। चोरी के आरोप में जेल भेजने का डर दिखाया। पत्नी सकते में आ गईं। वह तत्काल चिनहट थाने पहुंची। कहा कि मुरादाबाद एसओजी का डर दिखाकर पति को जेल भेजे जाने की धमकी दी गई है। पति का अपहरण कर लिया गया है। चिनहट पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की।

एसएसपी ने तत्काल ही पूरी टीम तलब की

संबंधित नंबर की मुरादाबाद लोकेशन मिलने पर एसएसपी मुरादाबाद सतपाल अंतिल को जानकारी दी गई। एसओजी से मामला जुड़ा होने के चलते एसएसपी ने तत्काल ही पूरी टीम तलब की। पता चला कि एसओजी को तो मामले की कोई जानकारी ही नहीं है। संबंधित नंबर के आधार पर एसएसपी ने टीम लगाई। तब लोकेशन जीआरपी मुरादाबाद मिली।

घटनाक्रम में कोई संलिप्तता ना होने पर युवक को उठाने पर जीआरपी के पुलिसकर्मी सकते में पड़ गए। मामले में लीपापोती शुरू हो गई। गुपचुप युवक को छोड़ दिया गया और मामले को दबा दिया गया। शाम तक कहानी सामने आ गई। एसपी जीआरपी ने तीनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।

छह लाख रुपये रंगदारी मांगने की चर्चा

पूरे मामले में चर्चा है कि जीआरपी के सर्विलांस सेल के तीनों पुलिसकर्मियों ने जब अमरदीप के घर पर फोन किया। तब छह लाख रुपये की रंगदारी मांगी। अमरदीप की पत्नी ने थाने में भी पुलिस को यही कहानी बताई जिससे बाद प्रकरण ने तूल पकड़ लिया। हालांकि, पुलिस ने छह लाख की बात ना मानते हुए अपहरण की बजाय मामला गुमशुदगी में दर्ज किया।

इसके बाद कहानी लखनऊ से होते हुए मुरादाबाद तक पहुंची। कहानी उजागर होने पर कहा जा रहा है कि पूरा प्रकरण अवैध रूप से किसी को उठा रंगदारी मांगने से जुड़ा है। फिर भी सिपाहियों को लाइन हाजिर कर महज कार्रवाई के नाम पर लीपापोती कर दी गई।

मामले में युवक की पत्नी की ओर से चिनहट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। युवक को मुरादाबाद से सकुशल बरामद कर लिया गया। जीआरपी मुरादाबाद ने उसे उठाया था। - राधारमण सिंह, एसीपी, विभूतिखंड, कमिश्नरेट लखनऊ

लखनऊ पुलिस से युवक के गुमशुदगी की जानकारी दी गई थी। लोकेशन ट्रेस करा उसे बरामद कर लिया गया। - सतपाल अंतिल, एसएसपी, मुरादाबाद

मुकदमे में वांछित को सर्विलांस सेल के सिपाहियों ने हिरासत में लिया था। आरोपित के साथ एक और युवक को पकड़कर लाए थे। जांच में तथ्य सामने आया कि दूसरा युवक किसी मामले में आरोपित नहीं था। तीनों सिपाहियों को कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर पहले भी चेतावनी दी गई थी। इस प्रकरण के सामने आने के बाद तीनों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।- आशुतोष शुक्ला, एसपी जीआरपी