Loksabha Election: सोरांव से पांच लोकसभा सीटों पर सीएम योगी करेंगे चुनावी आगाज, यूपी में बिछने लगी सियासी बिसात
Loksabha Election लोकसभा चुनाव के लिए बिसात बिछने लगी है। कभी शीर्ष नेताओं के बयानों पर घेरे बंदी होती है तो कभी पिछड़ी जातियों की जनगणना को मुद्दा बनाया जा रहा है। महिला आरक्षण विधेयक पर भी राजनीतिक दल बढ़त बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सबके बीच भाजपा ने सोरांव विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति सम्मेलन कर दलित मतदाताओं को अपने पाले में करने की चाल चली है।
अमलेंदु त्रिपाठी, प्रयागराज। लोकसभा चुनाव के लिए बिसात बिछने लगी है। कभी शीर्ष नेताओं के बयानों पर घेरे बंदी होती है तो कभी पिछड़ी जातियों की जनगणना को मुद्दा बनाया जा रहा है।
महिला आरक्षण विधेयक पर भी राजनीतिक दल बढ़त बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सबके बीच भाजपा ने सोरांव विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति सम्मेलन कर दलित मतदाताओं को अपने पाले में करने की चाल चली है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास कार्यों का लोकार्पण करने के साथ शिलान्यास भी करेंगे।
पिछड़ों के साथ दलित पर भी दांव खेल रही भाजपा
यहां से वह कुल साढ़े चार लोकसभा सीट अर्थात फूलपुर, इलाहाबाद, कौशांबी, प्रतापगढ़ और भदोही के कुछ हिस्से के मतदाताओं को साधेंगे। सम्मेलन को सोरांव में करने की बड़ी वजह यह विधानसभा क्षेत्र एससी के लिए सुरक्षित सीट है। यहां से भाजपा संदेश देना चाहती है कि पिछड़ों के साथ दलित भी एजेंडे में हैं।
कौशांबी की सीट भी सुरक्षित है। प्रतापगढ़ के कुछ क्षेत्रों में अपना दल और बसपा के प्रभाव को कम करने की भी यह बड़ी चाल हो सकती है। यहां से फूलपुर क्षेत्र के मतदाताओं का ध्यान खींचा जाएगा। यह इलाका पटेल व दलित बहुल है।
पार्टी चाहती है कि यदि कुछ सवर्ण और पिछड़े मतदाता छिटकें तो उसकी भरपाई अनुसूचित जाति से कर ली जाए। पिछले चुनाव में सपा बसपा साथ थे इस बार अलग हैं। इसका लाभ भाजपा चाहती है।
30 को काशी क्षेत्र में होगा सम्मेलन
राष्ट्रीय प्रशिक्षण अभियान के प्रदेश सह संयोजक डा. शैलेश पांडेय कहते हैं कि 30 को काशी क्षेत्र का सम्मेलन होगा। इसके बाद अवध और गोरखपुर क्षेत्र में आयोजन होंगे। पार्टी को एससी वर्ग का समर्थन निरंतर बढ़ रहा है। यही वजह है कि प्रयागराज के सुरेंद्र चौधरी और निर्मला पासवान को एमएलसी बनाया गया।