UP News: तालीम की आड़ में चल रहा था बड़ा खेल, प्रयागराज में मदरसे में जाली नोट छापने वालों पर लगेगा NSA
जाली नोट छापने के मामले में पकड़े गए आरोपितों पर जल्द ही एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। अभियुक्तों के बैंक खाते संपत्तियों की भी जांच होगी।जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसा में बुधवार को जाली नोट छापने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी।पुलिस ने यहां से एक लाख 30 हजार रुपये के जाली नोट प्रिंटर सहित कई उपकरण बरामद किए थे।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। जाली नोट छापने के मामले में पुलिस मदरसा प्रबंधक (इंतेजामिया) की भूमिका को संदिग्ध मान रही है। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को उससे लंबी पूछताछ की है। हालांकि, पूछताछ के बारे में पुलिस अधिकारी अभी कुछ साफ बता नहीं रहे हैं। मदरसे के जिस कमरे में नकली नोट छापे जा रहे थे, वहां जांच भी की गई। इस दौरान कमरे से उर्दू में लिखी एक किताब मिली है।
डीसीपी सिटी दीपक भूकर का कहना है कि आरोपितों पर जल्द ही एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। अभियुक्तों के बैंक खाते, संपत्तियों की भी जांच होगी।जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसा में बुधवार को जाली नोट छापने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी।
प्रिंटर सहित कई उपकरण बरामद
मौलवी मो. तफसीरुल आरफीन, गिरोह के सरगना ओडिशा निवासी जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर, प्रयागराज निवासी मो.साहिद और मो.अफजल को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने यहां से एक लाख, 30 हजार रुपये के जाली नोट, प्रिंटर सहित कई उपकरण बरामद किए थे।
इस भंडाफोड़ के बाद गुरुवार सुबह इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) और स्थानीय अभिसूचना इकाई की टीम मदरसा पहुंची। यहां छात्रों और आसपास के निवासियों से पूछताछ की।
मौलवी ने नोट छपाई के लिए मदरसे का कमरा दिया था
मदरसे में बिहार, झारखंड, ओडिशा समेत कई राज्यों के लगभग 70 बच्चे तालीम ले रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मौलवी ने नोट छपाई के लिए मदरसे का कमरा दिया था। वहां पर कागज, स्याही समेत अन्य सामान लाया जाता था। इसके बाद जाली नोट तैयार किए जाते थे।