Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

यूपी की इस लोकसभा सीट पर आज तक क‍िसी दल ने मह‍िला को नहीं बनाया प्रत्‍याशी, कांग्रेस छह, भाजपा व बसपा तीन-तीन बार जीते

आजादी के बाद से देश में लोकसभा के 17 चुनाव हो चुके हैं। 18वीं लोकसभा के लिए जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा होने वाली है। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दल सहारनपुर लोकसभा सीट पर अपने मजबूत और जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं लेक‍िन किसी भी राजनीतिक दल द्वारा किसी महिला के नाम पर विचार नहीं किया जा रहा है।

By Brijmohan Moga Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 15 Mar 2024 02:32 PM (IST)
Hero Image
18वीं लोकसभा के लिए चुनाव की तारीखों की 16 मार्च को होगी घोषणा।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। महिलाओं को लेकर सभी राजनीतिक दल बातें तो खूब करते हैं, लेकिन जब उन्हें पुरुषों के बराबर उनके हक और अधिकार दिए जाने का सवाल आता है तो महिलाओं को पीछे छोड़ दिया जाता है। यही कारण है कि सहारनपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से न कोई महिला सांसद बन सकी और न ही दावेदार रहीं।

आजादी के बाद से देश में लोकसभा के 17 चुनाव हो चुके हैं। 18वीं लोकसभा के लिए जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा होने वाली है। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दल सहारनपुर लोकसभा सीट पर अपने मजबूत और जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं, लेक‍िन किसी भी राजनीतिक दल द्वारा किसी महिला के नाम पर विचार नहीं किया जा रहा है।

माज‍िद अली को बसपा बना सकती है प्रत्‍याशी 

बसपा ने माजिद अली को सहारनपुर लोकसभा प्रभारी बना रखा है। माना जा रहा है कि बसपा से उनकी उम्मीदवारी तय है। भाजपा की पहली सूची में राघव लखनपाल शर्मा का नाम न आने के बाद से प्रत्याशी चयन को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।

कांग्रेस-सपा गठबंधन के चलते इस बार यह सीट कांग्रेस के खाते में आने के कारण इस सीट पर भी सभी पुरुष दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। यह स्थिति तब है जब महिलाओं को राजनीति में 33 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का कानून बन चुका है।

सहारनपुर लोकसभा सीट से विजयी प्रत्याशी

1951- महावीर त्यागी-आईएनसी, 1,22,141

1957- अजीत प्रसाद जैन-कांग्रेस, 2,02,081

1962- सुंदरलाल-कांग्रेस, 1,04,709 1967-सुंदरलाल-कांग्रेस, 1,20,891

1971- सुंदरलाल-कांग्रेस, 1,85,199

1977- रशीद मसूद-बीएलडी, 2,63,777

1980- रशीद मसूद-जनता दल एस, 1,55,933

1984- चौधरी यशपाल सिंह- कांग्रेस, 2,77,329

1989- रशीद मसूद-जनता दल, 319317

1991- रशीद मसूद- जनता दल, 2,46,445

1996- नकली सिंह-भाजपा, 2,35,811

1998- नकली सिंह-भाजपा, 2,75,103

1999- मंसूर अली खान-बसपा, 2,35,659

2004- रशीद मसूद-सपा, 3,53,272

2009- जगदीश राणा-बसपा, 3,54,807

2014- राघव लखनपाल-भाजपा, 472999

2019- फजलुर्रहमान-बसपा, 514139

यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनावों की दुदुंभि बजने में चंद घंटे बाकी, जानें 2019 में यूपी में कब-कब हुई थी वोटिंग

यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: मेरठ-हापुड़ सीट पर होगी कांटे की टक्कर, आज पत्ते खोल सकती है सपा; बीजेपी और बसपा में असमंजस