Shahjahanpur News: प्रसूता की मृत्य हुई तो शव छोड़कर चले गए कर्मचारी, एंबुलेंस चालक के सामने गिड़गिड़ाई सास तो करा दिया ई-रिक्शा
शाहजहांपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जरियनपुर में एक महिला की प्रसव के बाद मृत्यु हो गई। अस्पताल कर्मचारियों ने शव को परिसर में छोड़ दिया और ताला लगाकर चले गए। मृतका की सास ने एंबुलेंस चालक से शव को घर पहुंचाने के लिए कहा लेकिन उसने मना कर दिया। बाद में एक घंटे बाद ई-रिक्शा का प्रबंध कराया गया जिससे शव को घर ले जाया गया।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जरियनपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। यहां बच्ची को जन्म देने के चार घंटे बाद महिला की मृत्यु हो गई। चिकित्साकर्मियों ने शव को परिसर में रख दिया और मुख्य भवन में ताला डालकर चले गए।
मृतका की सास ने एंबुलेंस चालक से शव को घर तक पहुंचाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। गिड़गिड़ाईं तो एक घंटे बाद ई रिक्शा का प्रबंध करा दिया, जिसके बाद उसी से शव को लेकर घर पहुंचीं।
इतने गंभीर मामले में सीएचसी प्रभारी ने नर्स की लापरवाही बताकर पल्ला झाड़ लिया। क्षेत्र के गांव थरिया निवासी इरशाद अली की पत्नी हजरून निशा को मंगलवार रात प्रसव पीड़ा हुई तो सास नसरीन जरियनपुर सीएचसी पर ले गईं।
रात 11 बजे हजरून ने बच्ची को जन्म दिया। चार घंटे बाद लगभग तीन बजे उनकी तबियत बिगड़ने लगी। जब तक कोई कुछ समझ पाता हजरून की मृत्यु हो गई।
इसके बाद अस्पताल कर्मियों ने शव को वार्ड से बाहर निकाल कर बाहर सीएचसी परिसर में बने मैदान में रख दिया और ताला डालकर चले गए। नसरीन ने बताया कि वह नर्स के सामने रोती रहीं, गिड़गिड़ाती रहीं, लेकिन वहां मौजूद नर्स या अन्य किसी कर्मचारी को रहम नहीं आया।
एंबुलेंस चालक भी शव को घर तक ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। जब उससे ज्यादा विनती की तो ई-रिक्शा का प्रबंध करा दिया, जिससे वह अकेले शव को लेकर घर पहुंचीं।
पोती की सता रही चिंता
नसरीन ने बताया उनका बेटा इरशाद अली सूरत में रिक्शा चलाता है। घर पर किसी के न होने के कारण वह अकेले ही बहू को एंबुलेंस से मिर्जापुर सीएचसी पर लेकर गईं थीं। वहां पर स्टाफ नर्स के अतिरिक्त तीन कर्मचारी ड्यूटी पर थे, लेकिन लापरवाही बरतने में बहू की मृत्यु हो गई। सुबह रिश्तेदार आ गए। वह बच्ची को संभाल रही हैं। उसके पालन पोषण की चिंता हो रही है। अब बेटे के आने का इंतजार है।
महिला की प्रसव के बाद अधिक रक्तस्राव के कारण मृत्यु हुई है। ड्यूटी पर मौजूद नर्स को उसे रेफर करना चाहिए था। उसकी लापरवाही रही है। शव को एंबुलेंस से भेजने की व्यवस्था नहीं है। इस कारण एंबुलेंस चालक ने मना किया।
डॉ. आर्येंद्र यादव, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी जरियनपुर