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UP News: कमरबतून की फ्री फायर गेम से मतांतरण की कहानी, सूरज को असद बनाने में ऐसी रची साजिश कि फंसता गया युवक

Shamli Conversation Case शौकीन और कमरबतुन का टारगेट जरूरतमंदों को अपने जाल में फंसाना होता था। ग्रामीणों के अनुसार जब राजेंद्र उर्फ श्यामवीर के घर मुस्लिम लोगों का आना-जाना शुरू हुआ था। कुछ अन्य लोग भी इनके संपर्क में आए थे। इसके बाद मुस्लिम लोगों ने कहा था कि यदि अमीर बनना है तो तुम भी जुमा यानी शुक्रवार के दिन राजेंद्र के घर आ जाया करना।

By abhishek kaushikEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 18 Sep 2023 12:04 PM (IST)
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Shamli News: फ्री फायर गेम से मतांतरण की कहानी।
शामली, जागरण संवाददाता, (आकाश शर्मा)। फ्री-फायर गेम भी पबजी की तरह की खेला जाता है। इस गेम से बंदे मारने की एवज में साथ खेलने वाले का बेहतर तरीके से ब्रेनवाश करना आसान बात है। इस गेम के कारण लोग ठगी, आत्महत्या, मतांतरण आदि का शिकार बड़ी आसानी से हो जाते है। कमर बतून ने हिंदू युवक सूरज को असद बनाने के लिए फ्री-फायर गेम का ही सहारा लिया था।

पबजी बैन होने के बाद आया फ्री फायर गेम

भारत में पबजी गेम पिछले छह साल से अधिक समय से चल रहा है, बीच में भारत सरकार ने दो साल के लिए पबजी को बैन कर दिया था। तब फ्री-फायर गेम शुरू हुआ था। कोविड काल के समय से ही अधिकतर छात्र-छात्राओं के पास मोबाइल फोन है। इसका सबसे बड़ा नुकसान है मोबाइल फोन में पबजी, फ्री फायर समेत कई गेमों की लत। जो न बच्चों को पढ़ने देती है और न ही परिवार के बीच बैठने।

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अब पूरे दिन युवा वर्ग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। फ्री-फायर गेम ज्यादातर रात के समय खेला जाता है। जिससे आसानी से साथ खेलने वाले बंदों से बातचीत हो सके और घर में किसी को शक भी न हो। अकेले बैठकर गेम खेलने के दौरान साथ खेलने वाले बंदे उससे नाम छिपाकर दोस्ती करते है। इसके बाद उसको अपना शिकार बना लेते हैं ।

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ऐसे होते है ठगी के शिकार

जिस मोबाइल फोन में गेम खेल रहे है यदि उससे बैंक खाता भी लिंकअप होता है। तो बैंक खाते से धनराशि कट हो जाती है। मालूम जब होता है, तब पैसे कटने का मैसेज आता है। साथ खेलने वाले लोग ड्रेस, गाड़ी, गन आदि खरीदने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाते है।

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ऐसे होते है मतांतरण का शिकार

फ्री-फायर के एक गेम खेलने के लिए 15 मिनट का समय मिलता है और विभिन्न देशों से इसको एक साथ 100 लोग खेल सकते हैं। जो मतांतरण करने वाली लड़कियां होती है वह किसी एक या दो बंदों (गेम खेलने वाले युवक) से बातचीत शुरू कर देती है। इसके बाद उनको अगली बार साथ गेम खेलने का लालच देकर स्नैपचैट आइडी ले लेती है। इसके बाद रात में बातचीत करती है और झूठे प्रेम जाल में फंसा लेती है। फिर कई मुलाकात के बाद उसका मतांतरण करा देती है।

एक-दूसरे पर हो जाता है अटूट विश्वास

फ्री-फायर गेम खेलने के दौरान टीम बनाकर विपक्षी लोगों को गोली मारनी होती है। इसके लिए टीम के सभी लोग एक-दूसरे पर अटूट विश्वास करते है। यदि गेम के दौरान बंदा मर जाए तो उसको जीवित करने के लिए हेल्थ तक भी दी जाती है। इसकी अटूट विश्वास का फायदा उठाकर लड़कियां युवाओं का मतांतरण करा देती है, यहां उनको आत्महत्या के लिए प्रेरित करती है।

ठगी से बचने के लिए यह बरतनी होगी सावधानी

  • बच्चों को स्मार्ट फोन दे तो ध्यान रखें उक्त फोन में कोई बैंक अकाउंट लिंक न हो।
  • बच्चे कौन सा गेम खेलते है उसपर विशेष ध्यान रखें और चैक करते रहे।
  • अगर बैंक अकाउंट से लिंक फोन देने की मजबूरी हो तो बैंक लिंक को लाग आउट कर दें।

इन्होंने कहा...

बदलती जीवनशैली, इंटरनेट मीडिया का बढ़ता प्रयोग युवाओं को गलत दिशा में ले जा रहा है। अभिभावकों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों के साथ अभिभावक बनकर नहीं, बल्कि दोस्त जैसा व्यवहार रखे। जिससे बच्चे प्रत्येक बात आपसे साझा कर सके। बच्चों के मोबाइल फोन चलाने की समय सीमा भी अभिभावकों को तय करनी चाहिए। -अरुनिमा मिश्रा, मनोवैज्ञानिक शामली

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