लंबा इंतजार फिर भी नहीं मिल सका उपचार
अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष के बाहर जुटी मरीजों की भीड़। स्ट्रेचर पर आए मरीज भी करते रहे चिकित्सक का इंतजार।
सीतापुर : संदना इलाके के ईश्वरदीन दोपहर एक बजे अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष में स्ट्रेचर पर बैठे थे। दूसरे स्ट्रेचर पर कादिर थे। पूछने पर बताया कि एक घंटे से ज्यादा समय हो गया है। पता नहीं चिकित्सक कब आएंगे। कक्ष के गेट पर बैठी कुसुमा ने बताया कि करीब दो घंटे हो रहे हैं। कोई देखने ही नहीं आया। यह दिक्कत सिर्फ दो रोगियों की नहीं है। दोपहर एक बजे अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष के बाहर और अंदर मरीजों की भीड़ थी। चिकित्सक की कुर्सी खाली थी। कक्ष में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि डाक्टर साहब आपरेशन करने गए हैं। लौटकर मरीजों को देखेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल आरके सिंह ने बताया कि अस्थि रोग विभाग में तीन डाक्टर हैं। एक चिकित्सक अवकाश पर हैं। डा. इंद्रेश्वर ने रात में ड्यूटी की थी। मुझे पता चला था। डा. डीके गंगवार की ड्यूटी थी, जो कि उस समय आपरेशन थिएटर में थे। ऐसे में मरीजों को कुछ समस्या हुई है।
कुर्सी पर शकीला और जमीन पर बैठे थे गोकुल :
अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष में गोकुल प्रसाद जमीन पर बैठे थे। उनका कहना था कि एक घंटा हो गया है। डाक्टर आए नहीं है। कुर्सी पर इंतजार में बैठी शकीला को भी काफी देर हो चुकी थी, जो कि हाथ में पर्चा लेकर डाक्टर की राह देख रहीं थीं। कक्ष में ही जमीन पर बैठी मालती के मुताबिक वह दो घंटे से चिकित्सक के इंतजार में बैठीं हैं।
डाक्टरों की कमी बनी मरीजों की परेशानी :
जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। स्थानांतरण के बाद मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं। अस्थि रोग ही नहीं पुरानी ओपीडी में भी फिजीशियन की कुर्सी खाली थी। दंत रोग विभाग में भी मरीज भटक रहे थे। मनोचिकित्सक कक्ष के बाहर रोगियों की लंबी कतार थी।
नहीं हो सका मरीजों का अल्ट्रसाउंड :
जिला अस्पताल में शुक्रवार को मरीजों का अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका। दरअसल, डाक्टर को लखनऊ जाना पड़ा। कक्ष के बाहर चस्पा की गई सूचना के अनुसार रेडियोलाजिस्ट डा. इंद्र सिंह साक्ष्य के संबंध में न्यायालय गए थे।