Move to Jagran APP

मामा ने बहनोई और भतीजे संग मिलकर भांजी को नदी में फेंका

मछुआरों ने किशोरी को बचाया भांजी के प्रेम प्रसंग के चलते उठाया दुस्साहसिक कदम।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 18 Jun 2021 11:14 PM (IST)
Hero Image
मामा ने बहनोई और भतीजे संग मिलकर भांजी को नदी में फेंका

सुलतानपुर : किशोरी के प्रेम प्रसंग से नाराज मामा ने अपने बहनोई व भतीजे के साथ मिलकर उसे गोलाघाट पुल से गोमती नदी में धक्का दे दिया। किशोरी को डूबता देख मछुआरों ने उसे बचा लिया और इसकी जानकारी कोतवाली नगर पुलिस को दी। पीड़िता के बयान पर आरोपितों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्जकर घटना की जांच की जा रही है।

धम्मौर थाना क्षेत्र के शाहपुर सरकंडेडीह गांव में एक किशोरी अपने मामा के यहां रहती है। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। गांव के ही एक सजातीय युवक से किशोरी का प्रेम प्रसंग चल रहा था और दोनों शादी करना चाह रहे थे। लड़की के मामा व उनके परिवारजन को इस प्रेम प्रसंग से एतराज था। कई बार मना करने के बाद भी लड़का-लड़की नहीं मान रहे थे और चोरी-छिपे मिलते रहते थे। लड़की के जिद के चलते मामा व उसके परिवार के सदस्य शादी करने के लिए राजी हो गए।

दो दिनों पूर्व किशोरी शहर के शास्त्रीनगर निवासी एक रिश्तेदार के यहां चली आई। अगले दिन यहीं पर ही प्रेमी युवक को भी बुला लिया गया और शादी किए जाने को लेकर पंचायत भी की हुई। इस दौरान लड़के ने कहा कि वह परदेस जा रहा है और लौटने के बाद किशोरी से शादी कर लेगा। तब तक बालिग होने के साथ ही वह शादी करने योग्य हो जाएगी।

गुरुवार की शाम किशोरी के मामा दयाराम वर्मा अपने बड़े भाई शिवमोहन के बेटे विवेक वर्मा व बहनोई राम तिलक वर्मा के साथ फोटो खिंचवाने के बहाने और इलाज कराने का झांसा देकर किशोरी को साथ लेकर घर से चले गए। गोलाघाट पुल पर पहुंचते ही तीनों ने किशोरी को उठाकर नदी में फेंक दिया और वहां से भाग निकले। इधर, नजर पड़ते ही मछुआरों ने किशोरी को डूबने से बचा लिया।

कोतवाल संदीप कुमार राय ने बताया कि किशोरी के बयान पर दर्ज मुकदमे के आधार पर आरोपितों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं, चाइल्ड लाइन के संचालक प्रताप सेवा समिति के सचिव विजय विद्रोही ने बताया कि उनको किसी नाबालिग के उत्पीड़न के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।