खाकी फिर हुई शर्मशार! बंधक बनाकर लूट मामले में पुलिस ने बदलवाई तहरीर, सीएम के निर्देश पर अफसरों ने साधी चुप्पी
वैष्णव विहार कालोनी निवासी वृद्ध दंपती रविंद्र नाथ और उनकी पत्नी गायत्री को बंधक बनाकर सवा लाख की नकदी और जेवरात समेत करीब पांच लाख की संपत्ति लूट मामले में बदमाशों पर सख्ती करने के बजाए रोहनिया पुलिस का शुरुआती प्रयास अपराध का दायरा कम कराने का रहा। पुलिस ने वृद्ध दंपती को बुलाकर स्पष्ट कर दिया कि तहरीर में लूटी गई नकदी और जेवरात को कम करके लिखाइए।
संवाद सहयोगी, रोहनिया : वैष्णव विहार कालोनी निवासी वृद्ध दंपती रविंद्र नाथ और उनकी पत्नी गायत्री को बंधक बनाकर सवा लाख की नकदी और जेवरात समेत करीब पांच लाख की संपत्ति लूट मामले में बदमाशों पर सख्ती करने के बजाए रोहनिया पुलिस का शुरुआती प्रयास अपराध का दायरा कम कराने का रहा।
पुलिस ने वृद्ध दंपती को बुलाकर स्पष्ट कर दिया कि तहरीर में लूटी गई नकदी और जेवरात को कम करके लिखाइए। दंपती ने कहा कि मुझे चोरी गए सामान नहीं चाहिए, लेकिन रिपोर्ट वहीं दर्ज करे जो घटना हुई है। ऐसा नहीं हुआ और पुलिस तहरीर बदलवाकर रिपोर्ट दर्ज करने में सफल हो गई।
शुक्रवार को वृद्ध दंपती के हाथ-पैर बांधकर लूट करने की घटना सामने आई तो इलाकाई लोगों ने रोहनिया पुलिस पर रात्रि गस्त न करने के गंभीर आरोप लगाया था। उस समय अधिकारियों ने बचाव किया तो पुलिस सुधार के बजाए नए कारनामे कर दिखाई।
पीड़ित रविंद्र नाथ सिंह तथा उनके चचेरे भाई दिनेश सिंह आरोप लगाया कि मुकदमा दर्ज के लिए थाने बुलाया गया था। वहां पुलिस की बात परेशान करने वाली थी। कैश सवा लाख की जगह 90 हजार और दो चेन की जगह एक चेन, तीन अंगुठी की जगह एक अंगुठी , दो कान का झुमका की जगह एक झुमका , 500 ग्राम चांदी की 17 पीस पायल की जगह एक पायल लूट की तहरीर लिखवाई गई।
पुलिस के इस प्रयास से वृद्ध दंपती ही नहीं इलाकाई लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने के बजाए रिपोर्ट दर्ज करने से बच रही या फिर घटना को कम करके दिखाया जा रहा है । उधर पुलिस वारदात के बाद 13 संदिग्धों से पूछताछ करने के साथ ही सीसीटीवी फुटेज के लिए लुटेरों तक पहुंचने में जुटी है।
सीएम के निर्देश पर अफसरों ने साधी चुप्पी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश था कि जिस थाना क्षेत्र में चोरी की घटना होगी वहां के थानेदार और चौकी प्रभारी नपेंगे। वाराणसी में ठीक इसके उलट काम हो रहा है। थानेदारों की मनमानी से महकमें के साथ व्यवस्था की बदनामी हो रही है। एसीपी रोहनिया विदुष सक्सेना ने कहा कि हम इस मामले में बात करके जो सही होगा करेंगे।
ऐसा ही किया था भेलूपुर पुलिस ने
भेलूपुर पुलिस ने भी क्राइम कंट्रोल दर्शाने को ऐसा ही कदम उठा चुकी है। कर्नाटक के एक दंपती की चोरी गए 75 ग्राम सोने के जेवरात के मुकदमें में साढ़े सात ग्राम सोना दिखाई थी। इसको लेकर पुलिस की खूब फजीहत हुई थी। थानेदारों के ऐसे निर्णयों के बाद भी अफसरों की चुप्पी से स्थिति दिनों दिन बिगड़ती जा रही है।