Varanasi Municipal Corporation : जन्म और मृत्यु पंजीयन से होगी 2024 की जनगणना, वर्ष 2011 की गणना बनेगा आधार
वर्ष 2024 में होने जा रही जनगणना के लिए अब घर-घर दस्तक नहीं देनी होगी। इस बार जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंजीयन को ही आधार बनाया जाएगा। तय प्रारूप के अनुसार वर्ष 2011 में हुई जनगणना को आधार बनाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : वर्ष 2024 में होने जा रही जनगणना के लिए अब घर-घर दस्तक नहीं देनी होगी। इस बार जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंजीयन को ही आधार बनाया जाएगा। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने नगर निकायों समेत जिला पंचायतों को आदेशित कर दिया है कि हर हाल में 2024 तक जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंजीयन की कवायद शत-प्रतिशत कर दें।
तय प्रारूप के अनुसार वर्ष 2011 में हुई जनगणना को आधार बनाया जाएगा। इसके तहत जन्म व मृत्यु के आंकड़े को जोड़ते हुए वर्ष 2024 की जनगणना की जाएगी। आदेश के अनुपालन की प्रगति जानने के लिए बीते सप्ताह महारजिस्ट्रार जनरल भारत सरकार मनोज कुमार पूर्वांचल के दौरे पर थे। बनारस को केंद्र बनाकर उन्होंने आसपास जिलों में गए थे। इसमें जौनपुर व भदोही के जिलाधिकारी से जन्म-मृत्यु पंजीयन की धीमी गति को लेकर सवाल भी उठाए थे। प्रगति पर असंतुष्ट मनोज कुमार ने कार्य की गति बढ़ाने के साथ ही रिपोर्ट उन तक भेजने की हिदायत दी थी।
जांच शिथिलता, उद्देश्य पर बट्टा
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए विभागीय स्तर से किस हद तक उदासीनता बरती जा रही है, इसकी बानगी नगर निगम है। जब से जोन कार्यालयों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है तब से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों के पसीने छूट जा रहे हैं। दो से तीन महीने तक प्रार्थना पत्र पर विचार ही नहीं हो रहा है। न्यू कालोनी गोइठहां के गोरखनाथ सिंह की मौत तीन माह पहले हुई थी। अप्रैल माह में आवेदन हुआ लेकिन अब तक वरुणापार जोनल कार्यालय से प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया गया। बिना घर गए दोबारा जांच का आदेश हो गया। कागजों पर जांच पर जांच हो रही है लेकिन लोगों को प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है।
एक नजर में पंजीयन
-वर्ष 2020 : जन्म 29923, मृत्यु 10364
-वर्ष 2021 : जन्म 33901, मृत्यु 18704
-कुल योग : जन्म 63824, मृत्यु 29068
वर्ष 2022 में जन्म-मृत्यु के आंकड़े
-जनवरी : जन्म 3033, मृत्यु 1105
-फरवरी : जन्म 2635, मृत्यु 738
-मार्च : जन्म 2591, मृत्यु 925
-अप्रैल : जन्म 3592, मृत्यु 1099
(नोट : ये आंकड़े नगर निगम से जुड़े हैं)
2024 की जनगणना में जन्म व मृत्यु पंजीयन का आंकड़ा जरूरी होगा। इसे देखते हुए मार्च 2024 तक शत-प्रतिशत पंजीयन पर जोर दिया जा रहा है।
डा. एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम