वाराणसी में डकैती मामला: दारोगा के डकैत गिरोह पर शिकंजा, कोर्ट में चार्जशीट दाखिल
वाराणसी पुलिस ने 22 जून की रात नीची बाग के ज्वेलर्स जयराम के कर्मचारियों से 42.50 लाख रुपये और कोलकाता के कारोबारी आतिश से पांच लाख लाख रुपये की डकैती के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने जांच के बाद दारोगा सूर्य प्रकाश और उसके पांच साथियों के खिलाफ 72 आरोप पत्र दाखिल किए हैं। इस मामले में करीब 30 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। 22 जून की रात नीची बाग के ज्वेलर्स जयराम के कर्मियों अविनाश गुप्ता, धनंजय यादव से 42.50 लाख रुपये और कोलकाता के कारोबारी आतिश से पांच लाख लाख रुपये की डकैती के मामले में पुलिस ने दारोगा सूर्य प्रकाश और उसके पांच आरोपित साथियों को दोषी पाते हुए कोर्ट में 72 आरोप पत्र दाखिल किया है।
तफ्तीश में पुलिस सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रानिक साक्ष्य और आरोपितों तक पहुंचने के माध्यम बने करीब 30 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। महत्वपूर्ण यह कि वारदात से ठीक पहले आरोपितों ने मोबाइल बंद थे, जबकि घटना के बाद सभी के मोबाइल खुल गए, जो घटना को सुनियोजित दर्शाता है।
30 लोग जिनके दर्ज किए बयान
नीची बाग निवासी ज्वेलर्स जयराम, जयराम के दोनों कर्मचारी अविनाश गुप्ता, धनंजय यादव, कोलकाता का कारोबारी आतिश, वह जिस सराय में रुका था उसका मालिक, जिस बस में डकैती पड़ी उसके चालक और कंडक्टर, वह व्यक्ति जिनके सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से बदमाशों के क्लू मिले।
इसे भी पढ़ें-सांसद रवि किशन ने गोरखपुर के विकास पर खुलकर की बात, बोले- प्रदेश व केंद्र के बीच सेतु बन कर रहा काम
छह बदमाश जिनके खिलाफ दाखिल हुए आरोपपत्र
-सूर्यप्रकाश पांडेय, निवासी कर्नलगंज प्रयागराज और मूल निवासी पांडेयपुर जनपद बलिया, तत्कालीन नदेसर पुलिस चौकी प्रभारी।
-नीलेश यादव निवासी बड़ागांव।
-मुकेश दुबे निवासी बड़ागांव।
-योगेश पाठक निवासी चोलापुर।
-विकास मिश्रा आयर बाजार चोलापुर।
-अजय गुप्ता, अहिरौली आयर बाजार चोलापुर।
पिस्टल और कारतूस बरामदगी में भी चार्जशीट
एसओजी ने गिरोह का राजफाश किया तो तत्कालीन दारोगा सूर्यप्रकाश और उसका साथी विकास मिश्रा के पास से पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ था। दोनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है।
यह था पूरा मामला
नीचीबाग के ज्वेलर्स जयराम के कर्मचारी अविनाश गुप्ता, धनंजय यादव 22 जून की रात बस से कोलकाता जा रहे थे। रास्ते में बस को निशाना बनाकर डकैती डाली गई। रामनगर पुलिस ने केस दर्ज करने में हीलाहवाली की, लेकिन पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को भनक लगी तो उन्होंने गहराई से जांच कराई। जिसमें आरोपित दारोगा सूर्यप्रकाश और उसके छह साथियों का नाम सामने आया।
इसे भी पढ़ें-ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, गोरखपुर में बनाया था अड्डा, आठ गिरफ्तार
गिरोह के पकड़े जाने की भनक पर कोलकाता से पहुंचे कारोबारी आतिश ने अपने पांच लाख रुपये लूटने की रिपोर्ट दर्ज कराई। केस की तफ्तीश रामनगर इंस्पेक्टर राजू सिंंह ने की है।