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जीआइसी चम्पावत के शिक्षक सुरेश राम को मिलेगा शैलेश मटियानी पुरस्कार

राजकीय इंटर कालेज चम्पावत के अध्यापक सुरेश राम आर्य को शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए चुना गया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 29 Dec 2020 10:58 PM (IST)
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जीआइसी चम्पावत के शिक्षक सुरेश राम को मिलेगा शैलेश मटियानी पुरस्कार

चम्पावत, जेएनएन : राजकीय इंटर कालेज चम्पावत के अध्यापक सुरेश राम आर्य को शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए चुना गया है। शिक्षण के अलावा गरीब बच्चों की आर्थिक मदद और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।

शिक्षक सुरेश राम आर्य की पहली नियुक्ति वर्ष 1995 में धारचूला ब्लाक के अतिदुर्गम विद्यालय राप्रावि खेतीखान में हुई। बरम से 20 किमी दूर पैदल चलकर वे रोज विद्यालय पहुंचते थे। तीन साल यहां सेवा करने के बाद उनकी नियुक्ति एक बार फिर अतिदुर्गम विद्यालय चम्पावत के मंच इंटर कॉलेज में हुई। यहां उत्कृष्ट शिक्षक कार्य करने के साथ ही उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन कार्य किया। प्राथमिक स्तर पर बालिकाओं की शिक्षा के लिए चले राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत उन्होंने बालिकाओं को न केवल स्कूल में दाखिला दिलाया बल्कि हाईस्कूल और इंटर की गरीब छात्राओं को गोद लेकर उनकी फीस दी और कपड़ों की व्यवस्था की। खास बात यह कि हाईस्कूल पास होने के बाद शादी के बंधन में बंधी कई बालिकाओं ने उनके निर्देशन में इंटर में दाखिला लिया और प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2013 से सुरेश राम आर्य जीआइसी चम्पावत में कार्यरत हैं। चार साल तक वे यहां एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी रहे और स्वयंसेवियों को उच्च मापदंड सिखाए। वे वर्ष 2017 से यहां शिक्षण कार्य के बाद लिपिक के रिक्त दो पदों का कार्य भी कर रहे हैं। कोरोना काल में 31 मार्च से एक नवंबर तक सीईओ कार्यालय में बने कंट्रेाल रूम में उन्होंने रात दिन ड्यूटी देकर कोरोना वारियर्स की भी भूमिका निभाई। उनका इस पुरस्कार के लिए चयन होने पर सीईओ आरसी पुरोहित, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक डीएस राजपूत, बेसिक सत्यनारायण आदि ने बधाई दी है।