Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Chamoli Accident: चमोली में करंट की घटना से सकते में पेयजल अधिकारी, प्रदेश के सभी STP का होगा सेफ्टी ऑडिट

Chamoli Accident चमोली में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में करंट की घटना के बाद पेयजल विभाग के अधिकारी भी सकते में हैं। इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए विभाग ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। विभाग ने प्रदेश के सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का सेफ्टी आडिट कराने का निर्णय लिया है। ताकि कहीं पर भी कोई लापरवाही पाई जाए तो उसे समय रहते दूर किया जा सके।

By Sukant mamgainEdited By: riya.pandeyUpdated: Wed, 19 Jul 2023 09:19 PM (IST)
Hero Image
Chamoli Accident: चमोली में करंट की घटना के बाद प्रदेश के सभी STP का होगा सेफ्टी ऑडिट

जागरण संवाददाता, देहरादून: चमोली में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में करंट की घटना के बाद पेयजल विभाग के अधिकारी भी सकते में हैं। इसकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विभाग ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। विभाग ने प्रदेश के सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का सेफ्टी आडिट कराने का निर्णय लिया है।

यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि कहीं पर भी कोई लापरवाही या अनदेखी पाई जाए तो उसे समय रहते दूर किया जा सके। इसके अलावा समस्त पम्पिंग स्टेशन की भी सुरक्षा मानकों पर जांच की जाएगी।

प्रदेश में है करीब 70 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

गौरतलब है कि प्रदेश में तकरीबन 70 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हैं। इनमें गोमुख से हरिद्वार तक नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा किनारे के 15 नगरों में स्थापित 33 एसटीपी भी शामिल हैं। सभी एसटीपी का संचालन व रखरखाव आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से किया जा रहा है।

घटना बनी तमाम एसटीपी के संचालन को लेकर बड़ी चिंता

बताया गया कि पीपलकोटी में नमामि गंगे परियोजना के तहत 50 केएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। वर्ष 2021 में प्लांट जल संस्थान को हैंडओवर कर दिया गया था। इसका संचालन कांफिडेंट इंजीनियरिंग कंपनी कर रही है। यहां हुई घटना ने तमाम एसटीपी के संचालन को लेकर बड़ी चिंता खड़ी कर दी है।

खासकर बरसात के मौसम में सुरक्षा इंतजामों को लेकर बहस छिड़ गई है। ऐसे में पेयजल विभाग ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। पेयजल सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी का कहना है कि प्रदेश के सभी एसटीपी के सेफ्टी आडिट का निर्णय लिया गया है।

पम्पिंग स्टेशन के विद्युत संयोजन व लाइनों की स्थिति का परीक्षण

बरसात को देखते हुए तमाम पम्पिंग स्टेशन के विद्युत संयोजन व लाइनों की स्थिति का भी परीक्षण कराया जा रहा है। विभागीय स्तर पर भी घटना की जांच की जा रही है। यह देखा जा रहा है कि किस स्तर पर चूक हुई। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।