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'हरियाणा में सैलजा के साथ हुए दुर्व्यवहार पर चुप क्यों हैं खरगे', उत्तराखंड तक पहुंची मामले की आंच, BJP ने उठाए सवाल

हरियाणा में सांसद कुमारी सैलजा के साथ दुर्व्यवहार के मामले ने उत्तराखंड तक आंच पहुंच गई है। भाजपा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ कल्पना सैनी ने कहा है कि खरगे अपनी ही पार्टी में समाज के नेताओं के सम्मान की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं।

By kedar dutt Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Mon, 23 Sep 2024 12:51 PM (IST)
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कुमारी सैलजा के मुद्दे पर बोलते हुए राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ कल्पना सैनी। जागरण

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ कल्पना सैनी ने आरक्षण, संविधान और अनुसूचित जाति के सम्मान को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा।

उन्होंने हरियाणा में सांसद कुमारी सैलजा से कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के दुव्र्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ऐसी क्या मजबूरी है कि वे अपनी ही पार्टी में समाज के नेताओं के सम्मान की रक्षा भी नहीं कर पा रहे हैं।

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में डॉ सैनी ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी विदेश में जाकर आरक्षण व संविधान समाप्त करने की बात करते हैं और देश में कांग्रेस नेता अपने ही दल की नेता सैलजा को राजनीति में आगे बढऩे से रोकने के साथ ही अपमान करते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही बड़े से बड़े अनुसूचित जाति के नेताओं के मानमर्दन का रहा है। फिर चाहे वह बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर हों, बाबू जगजीवन राम व सीताराम केसरी।

उन्होंने कहा कि हरियाणा का प्रकरण उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि सैलजा उत्तराखंड कांग्रेस की प्रभारी भी हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के स्थानीय नेता अपने प्रभारी के अपमान पर कुछ नहीं बोलते।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग लोकसभा में संविधान की पुस्तक लेकर झूठे आरोप लगाते थे, वहीं आज बेशर्मी से आरक्षण समाप्त करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में आरक्षण व संविधान पर की गई टिप्पणी की निंदा की।

उन्होंने सिख धर्म को लेकर दिए गए राहुल गांधी के बयान भी आलोचना की। साथ ही तंज कसा कि बयान देने से पहले राहुल अपने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से पूछ लेते तो शायद देशवासियों को उनके बयान से शर्मिंदगी नहीं उठानी पड़ती।