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Uttarakhand Lok Sabha Election 2024: कम मतदान पर आया कांग्रेस का बड़ा बयान, कहा- 'भाजपा के लिए घर से नहीं निकले मतदाता'

Uttarakhand Lok Sabha Election 2024 वहीं मतदाताओं के ठंडे रुख को कांग्रेस अपने पक्ष में मान रही है। पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार हुए कम मतदान ने दलों के माथे पर और बल डाल दिया है। मतदान के रुझान की सही जानकारी के लिए बूथ व जिला कांग्रेस इकाइयों के साथ ही विधानसभा पर्यवेक्षकों से फीडबैक लिया जा रहा है।

By Ravindra kumar barthwal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 21 Apr 2024 07:56 AM (IST)
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Uttarakhand Lok Sabha Election 2024: -कांग्रेस मतदान के रुझान को भांपने को विभिन्न स्तर पर ले रही फीडबैक

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून: Uttarakhand Lok Sabha Election 2024: प्रदेश में लोकसभा की पांच सीटों पर चुनावी ऊंंट किस करवट बैठेगा, इसे लेकर राजनीतिक दलों की धड़कनें बढ़ गई हैं। ऐसे में पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार हुए कम मतदान ने दलों के माथे पर और बल डाल दिया है।

वहीं मतदाताओं के ठंडे रुख को कांग्रेस अपने पक्ष में मान रही है। चुनाव में मोदी मैजिक से आशंकित प्रमुख प्रतिपक्षी पार्टी कम मतदान को केंद्र और प्रदेश के सत्ताधारी दल के प्रति मोहभंग से जोड़कर देख रही है।

वहीं, मतदान के रुझान की सही जानकारी के लिए बूथ व जिला कांग्रेस इकाइयों के साथ ही विधानसभा पर्यवेक्षकों से फीडबैक लिया जा रहा है। शीघ्र ही बूथ व जिला इकाइयों के अध्यक्षों और विधानसभा पर्यवेक्षकों की बैठक प्रदेश मुख्यालय में बुलाई जाएगी।

पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदान प्रतिशत काफी कम

18वीं लोकसभा के लिए प्रदेश की पांच सीटों पर मतदान के अनंतिम आंकड़ा 57 प्रतिशत है। माना जा रहा है कि यह आंकड़ा 58 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में यह काफी कम है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल मतदान 61.67 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2019 में यह 61.30 प्रतिशत रहा। मतदान प्रतिशत बढ़ने का परिणाम भाजपा की प्रदेश की पांचों लोकसभा सीट पर जीत के रूप में सामने आया।

पिछले दो चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ी चुनौती मोदी मैजिक से मिली है। लगातार तीसरे चुनाव में भी इसे लेकर पार्टी आशंकित रही। इस बार मतदान 60 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाया है। कांग्रेस को इस स्थिति में अपनी संभावनाएं बेहतर लग रही हैं। मतदान केंद्रों तक मतदाताओं के अधिक संख्या में नहीं पहुंचने को पार्टी सरकार और सत्तारूढ़ दल के प्रति उदासीनता और असंतोष के रूप में देख रही है।

पर्यवेक्षकों से जुटाई जा रही जानकारी

इसके साथ ही कांग्रेस मतदान का रुझान भांपने में भी जुट गई है। विधानसभा क्षेत्रवार नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों को मतदान से संबंधित जानकारी विस्तार से उपलब्ध कराने को कहा गया है। ये पर्यवेक्षक गत शुक्रवार को मतदान के दिन जिला और बूथ इकाइयों के साथ संपर्क में रहे हैं।

इसके साथ ही जिला और बूथ इकाइयों से भी मतदान से संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। पार्टी को उम्मीद है कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश में उसका सूपड़ा साफ नहीं होगा। पार्टी को हरिद्वार, नैनीताल-ऊधमसिंहनगर सीट पर उलटफेर की उम्मीद है ही, साथ में पार्टी का अकलन है कि गढ़वाल और अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर उसका प्रदर्शन बेहतर रहेगा।

प्रत्याशियों से हो रहा विचार-विमर्श

प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि मतदान के संबंध में विभिन्न स्तर से आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। इनका अध्ययन कर पार्टी के पक्ष में हुए मतदान के बारे में आकलन किया जाएगा।

प्रत्याशियों से भी विचार-विमर्श किया जा रहा है। विधानसभा क्षेत्रवार नियुक्त पर्यवेक्षकों एवं जिला व बूथ इकाइयों के अध्यक्षों की बैठक शीघ्र बुलाई जाएगी। कम मतदान से कांग्रेस को होने वाले लाभ या हानि का भी आकलन किया जा रहा है।

भाजपा का ग्राफ गिरा, कांग्रेस के पक्ष में हुआ मतदान: यशपाल आर्य

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि कम मतदान से स्पष्ट है कि भाजपा का ग्राफ गिर रहा है। भाजपा के लिए मतदान को मतदाता घर से नहीं निकले। इसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा। कांग्रेस के पक्ष में मतदान बढ़ा है।

कांग्रेस ने युवाओं और महिलाओं के साथ ही विभिन्न वर्गों के लिए राहतभरी और लाभकारी घोषणाएं की हैं। हिस्सेदारी न्याय से समाज के विभिन्न वर्ग कांग्रेस से जुड़े हैं। विभिन्न क्षेत्रों में अधिक मतदान में उनकी भागीदारी अच्छी रही है।