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हरिद्वार डकैती में कराटा गैंग के दो शातिर गिरफ्तार, बदमाशों को DIG की चेतावनी- उत्तराखंड पुलिस को हल्के में न लें

हरिद्वार के ज्वालापुर में पांच करोड़ की डकैती के मामले में कराटा गैंग के दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में लूटपाट और डकैती की योजना बना रहे बदमाशों को चेतावनी दी है कि वे उत्तराखंड पुलिस को कमजोर न समझें। उन्होंने कहा कि हमारे पास हथियार भी हैं और गोलियां भी हैं।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Tue, 17 Sep 2024 08:37 PM (IST)
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तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण

जागरण संवाददाता, देहरादून। हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित ज्वेलरी शाप में दिनदहाड़े पांच करोड़ की डकैती डालने वाले कराटा गैंग के दो बदमाशों को पुलिस ने ज्वालापुर क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का एक सदस्य रविवार रात को मुठभेड़ में ढेर हो चुका है, जबकि गिरोह का सरगना सहित दो बदमाश फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

गिरफ्तार बदमाशों से पुलिस ने करीब 50 लाख रुपये के गहने, एक पिस्टल व बिना नंबर की बाइक भी बरामद की है। पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि एक सितंबर को हरिद्वार में ज्वालापुर स्थित श्री बालाजी ज्वेलर्स में पांच हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े डकैती डालकर करीब पांच करोड़ रुपये के गहने व नकदी लूट ली थी।

जांच में पुलिस को पता चला कि डकैती पंजाब के कराटा गैंग के सदस्यों ने डाली है, जिसके बाद पुलिस ने पंजाब में डेरा डाल दिया था। 15 सितंबर की रात को करीब साढ़े 10 बजे बहादराबाद थाना पुलिस भेल तिराहा पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी, इसी दौरान लोहा पुल की तरह से एक बिना नंबर बाइक आई, जिस पर तीन लोग सवार थे।

बाइक सवारों ने सफेद कपड़े से अपने चेहरे ढके हुए थे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो पीछे बैठे व्यक्ति ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया और बहादराबाद बाजार की तरफ भाग गए। पुलिस टीम ने बदमाशों का पीछा किया गया तो वह भगवानपुर रोड की तरह भागने लगे। पथरी रोह पुल से लगभग 100 मीटर पहले ब्रेकर पर बाइक अनियंत्रित हो गई और दोनों नीचे गिर गए। बदमाश बाइक को वहीं छोड़कर पुलिस टीम पर फायर करते हुए जंगल की तरफ भागने लगे।

पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लग गई, जबकि दो फरार हो गए। घायल बदमाश को अस्पताल भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बदमाश के बैग से श्री बालाजी ज्वेलर्स के यहां से लूटी गई ज्वेलरी बरामद हुई। मृतक बदमाश की पहचान सतेंद्र पाल उर्फ़ लक्की निवासी मुक्तसर, पंजाब के रूप में हुई है। जांच के दौरान पता चला कि सतेंद्र पाल के विरुद्ध पंजाब में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था।

ऊना डकैती से मिले लिंक से बदमाशों तक पहुंची पुलिस

हरिद्वार में ज्वालापुर स्थित श्री बालाजी ज्वेलर्स में हुई डकैती के नौ दिन बाद ही गिरोह के बदमाशों ने हिमाचल प्रदेश में ऊना स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में भी डकैती का प्रयास किया था। लुटेरों ने कंपनी के कर्मचारियों को पिस्टल दिखाकर जमकर पीटा, लेकिन इसी बीच अचानक कंपनी कार्यालय में सुरक्षा की दृष्टि से लगाया गया सायरन बज गया, इसके बाद डकैत फरार हो गए।

हालांकि, बदमाश एक मोबाइल लूटकर ले गए थे। हरिद्वार व ऊना की घटनाएं एक जैसी होने पर पुलिस का माथा ठनका और हरिद्वार से एक टीम ऊना भेजी गई। दोनों घटनाओं की सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया गया तो पता चला कि एक बदमाश दोनों घटनाओं में शामिल था। पुलिस ने दोनों घटनाओं में शामिल बदमाश की पहचान की तो वह सतेंद्र पाल निकला। इसके बाद पुलिस ने ऊना से पंजाब के बीच के सभी होटल-ढाबों में लगे सीसीटीवी खंगाले।

पुलिस को रास्ते में एक ढाबा मिला, जहां बदमाशों ने चाय पी व चाऊमीन खाई। पुलिस ने ढाबे के मालिक से पूछताछ की तो उसने बताया कि चारों व्यक्ति पंजाबी भाषा में बात कर रहे थे। इससे संदेह हो गया कि बदमाश पंजाब के रहने वाले हैं।

पुलिस की चार टीमें भेजी पंजाब

बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कुल 11 टीमें लगाई थी। इसमें चार टीमें पंजाब, दो टीमें दिल्ली, दो राजस्थान व तीन हरियाणा भेजी गई थी। पंजाब भेजी गई टीमें लगातार बदमाशों के पीछे लगी हुई थी। रविवार रात को दोनों घटनाओं में शामिल सतेंद्र पाल मुठभेड़ में ढेर हो गया। जानकारी मिली है कि काराटा गैंग का सरगना सुभाष कराटे है। गैंग में पंजाब, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के 50 से अधिक बदमाश शामिल हैं, जोकि लूट व डकैती करते हैं। जांच में यह भी पता चला कि है कि गैंग में उन सदस्यों को शामिल किया जाता है, जिनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह बिना डरे लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम देते हैं।

बाहर ही नहीं जेल के अंदर था सतेंद्र का दबदबा

बदमाश सतेंद्र का दबदबा बाहर ही नहीं जेल के अंदर भी था। नशा तस्करी के मामले में जब सतेंद्र पाल जेल में था तो उसने बैरक में फ्राइपेन से दूसरे हवालाती का सिर फोड़ दिया था। दोनों हवालातियों के बीच पट्टी बदलने को लेकर बहस हुई थी। इस मामले में हवालाती पवन कुमार की तहरीर पर सदर श्री मुक्तसर साहिब में बदमाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार, सतेंद्र पाल पहले नशा तस्करी करता था, लेकिन जब वह कराटा गैंग से जुड़ा तो उसने लूटपाट व डकैती की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया।

रविवार देर रात पकड़े गए दोनों बदमाश

डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि रविवार देर रात फरार बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस ने डकैती में शामिल दो अन्य बदमाशों गुरदीप सिंह उर्फ मोनी निवासी श्री मूसा साहिब, बूढ़ा गुर्जर रोड, मेंमां सिंह बस्ती थाना सिटी मुक्तसर, पंजाब और जयदीप सिंह उर्फ माना निवासी मूसा साहिब, गुर्जर रोड मेंमा सिंह बस्ती, थाना सिटी मुक्तसर, जिला मुक्तसर, पंजाब को हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में ख्याति ढाबा के पास से गिरफ्तार कर लिया।

हल्के में न लें, हमारे पास हथियार भी हैं और गोलियां भी

पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में लूटपाट और डकैती की योजना बना रहे बदमाशों को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि वह उत्तराखंड पुलिस को कमजोर न समझें। कहा हमारे पास हथियार भी हैं और गोलियां भी हैं। उन्होंने दोहराया कि उत्तराखंड पुलिस बदमाशों के लिए काल है। देवभूमि में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा।

ज्वेलरी शाप में छह बदमाशों ने डाली थी पांच करोड़ की डकैती