Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

बर्फबारी के कारण बागेश्‍वर में 17 गांवों की बीस हजार की आबादी प्रभावित nainital news

शुक्रवार को भी मौसम सुबह से ही करवट बदलते रहा। सुबह हल्के बादल और बर्फीली हवाओं से कामकाजी लोग परेशान रहे जबकि दोपहर बाद गुनगुनी धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 10 Jan 2020 06:54 PM (IST)
Hero Image
बर्फबारी के कारण बागेश्‍वर में 17 गांवों की बीस हजार की आबादी प्रभावित nainital news

बागेश्वर, जेएनएन : शुक्रवार को भी मौसम सुबह से ही करवट बदलते रहा। सुबह हल्के बादल और बर्फीली हवाओं से कामकाजी लोग परेशान रहे, जबकि दोपहर बाद गुनगुनी धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। उधर, बर्फबारी वाले गांवों में बिजली, पानी, सड़क, संचार आदि व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। हालांकि यह हिमपात खेती के लिए बेहतर माना जा रहा है।

बर्फबारी के बाद उच्च हिमालय से सटे गांव खाती, समडर, जांतोली, बदियाकोट, कर्मी, खल्झूनी, झूनी, पतियासार, हरकोट, बाछम, शामा, धरमघर आदि गांव की दिनचर्या पटरी से उतर गई है। हिमपात से करीब 17 गांवों की बीस हजार आबादी प्रभावित हो गई है। लोग बिजली, पानी, संचार, सड़क आदि सुविधाओं से वंचित हो गए हैं। इसके अलावा सबसे अधिक दिक्कत मवेशियों के चारे आदि की हो गई है। भेड़, बकरी पालकों ने बताया कि घास और पेड़ पूरी तरह बर्फ की आगोश में डूबे हुए हैं। चारे आदि की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। बुग्यालों में चुगने गए भेड़-बकरियों को नीचे की तरफ लाया जा रहा है। खाती के यामू सिंह ने बताया कि सड़कें बंद होने से खरकिया से टैक्सी आदि की सुविधा भी नहीं है और टैक्सियां खड़ी हो गई हैं। नमक, तेज, मसाले, सब्जी आदि का भी गांवों में टोटा पडऩे लगा है।

बर्फबारी से यह सड़कें प्रभावित

लीती-गोगिना ग्रामीण मोअर मार्ग अभी भी नहीं खुल सका है हालांकि जेसीबी मशीन से सड़क को खोलने का कार्य चल रहा है। बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्र किमू, गोगिना, लीती, रातिरकेती, हम्टीकापड़ी, मलखाडुगचा, नामिक आदि मार्ग को  सुचारू करने का प्रयास जारी है। रिखाड़ी-बाछम मोटर मार्ग बंद होने से बोरबलड़ा, बदियाकोट, कुंवारी, कालू, सोराग, बाछम, तीख, डोला, किलपारा, खाती आदि गांवों का सड़क संपर्क अभी सुचारु नहीं हो सका है।

विद्युत व्यवस्था पटरी से उतरी

विद्युत विभाग के अनुसार बर्फबारी के कारण लीती, रातिरकेटी, हम्टी, कापड़ी, मलखाडुर्गचा, गोगिना, किमु में विद्युत लाइन और पोल क्षतिग्रस्त हैं जिससे इन गांवों की आपूर्ति अभी सुचारु नहीं हो सकी है। इसके अलावा सौंग, पोङ्क्षथग क्षेत्र में भी बिजली की आपूर्ति प्रभावित है और सुचारु करने की कोशिश की जा रही है।

पेयजल संकट बरकरार

बड़ी पन्याली से नान-पन्याली, डोगति पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे बड़ी पन्याली, नान पन्याल, रमाड़ी आदि क्षेत्र में पेयजल संकट पैदा हो गया है। विभाग के अनुसार पाइप लाइनों को दुरुस्त करने का काम शुरू किया गया है, जबकि अन्य तहसीलों की स्थिति सामान्य है।

अभी फिर बर्फबारी

मौसम विभाग के अनुसार अभी 13 जनवरी से फिर आसमान बरसने की उम्मीद है और बर्फबारी की आशंका जताई गई है। जिसको लेकर आपदा कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया है और बर्फबारी होने से राहत कार्यों में व्यवधान की स्थिति पैदा होगी।

यह भी पढ़ें : उत्‍तराखंड में हिमपात ने तोड़ा रिकार्ड, कुमाऊं में सालों बाद इस कदर बर्फ से लकदक हुईं चोटियां

यह भी पढ़ें : बर्फबारी से कुमाऊं का बुरा हाल, बिजली-पानी, यातायात सब प्रभावित