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नेशनल मेडिकल कॉलेज में नए प्रिंसिपल बने शुभ्र मित्रा, संदीप घोष को हटाने के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों को मिली कामयाबी

स्वास्थ्य विभाग ने कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नए कार्यवाहक प्रिंसिपल की नियुक्ति की है। शुभ्र मित्रा को नेशनल मेडिकल कालेज का नया प्रिंसिपल नियुक्त किया गया हैं। मेडिकल छात्रों ने इससे पहले संदीप घोष की नियुक्ति पर आपत्ति जताई और आंदोलन शुरू कर दिया था। विरोध के बाद राज्य सरकार ने प्रिंसिपल के पद से घोष को हटा दिया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sat, 31 Aug 2024 08:10 AM (IST)
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नेशनल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नए कार्यवाहक प्रिंसिपल की नियुक्ति की

 राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। स्वास्थ्य विभाग ने कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नए कार्यवाहक प्रिंसिपल की नियुक्ति की है। उन्होंने अधिसूचना जारी कर नए प्राचार्य के नाम की घोषणा की। शुभ्र मित्रा को नेशनल मेडिकल कालेज का नया प्रिंसिपल नियुक्त किया गया हैं। वह उस अस्पताल में चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर हैं।

प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या व दुष्कर्म के बाद आरजी कर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल पद संदीप घोष ने इस्तीफा दिया था इसके तुरंत बाद ही घोष को नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया था। परंतु, मेडिकल छात्रों ने उनकी नियुक्ति पर आपत्ति जताई और आंदोलन शुरू कर दिया।

मेडिकल छात्रों का कहना था कि मैं संदीप घोष का सम्मान नहीं करता। प्रदर्शनकारियों ने प्राचार्य को बदलने की मांग को लेकर अपना आंदोलन जारी रखा। विरोध के चलते संदीप घोष कार्यभार नहीं संभाल सका।

इस बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य को स्पष्ट आदेश दिया कि 'विवादास्पद' डॉक्टर संदीप घोष को अब कहीं भी प्रिंसिपल की जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती। उन्हें लंबी छुट्टी पर भेजा जाए। इसके बाद पहले छुट्टी बाद में राज्य सरकार ने प्रिंसिपल के पद से घोष को हटा दिया।

शुभ्र मित्रा को कार्यवाहक प्रिंसिपल नियुक्त किया

डॉक्टर अजय राय लंबे समय से नेशनल मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इस बार उनकी जगह शुभ्र मित्रा को कार्यवाहक प्रिंसिपल नियुक्त किया गया। स्वास्थ्य भवन ने कहा कि मित्रा अगले आदेश तक नेशनल मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल पद का कार्यभार संभालेंगे।

आइटम सांग पर नचवाने वाले तृणमूल नेता के खिलाफ धरना

बंगाल के मेदिनीपुर मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों ने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के नेता मुस्ताफिजुर रहमान मलिक पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ धरना दिया। मुस्ताफिजुर आरजी कर मेडिकल कालेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का करीबी बताया जा रहा है। उसपर रैगिंग का आरोप है।

उसने जूनियर महिला डाक्टरों को आइटम सांग पर डांस करने के लिए मजबूर किया। धरना देने वाले मोहम्मद सीबी नामक जूनियर डाक्टर ने बताया कि मुस्ताफिजुर ने करीब तीन साल पहले मेदिनीपुर मेडिकल कालेज से डिग्री ली थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद भी वह यहीं जमा हुआ है और हास्टल में रहता है। वह हमें परेशान करता है और जूनियर डाक्टरों को हास्टल से बाहर निकालने की धमकी देता है।

डॉक्टरों को दी धमकी

जब हम उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की बात कहते हैं तो वह बोलता है कि इससे कुछ नहीं होगा। भले ही शिकायत स्वास्थ्य विभाग से ही क्यों न हो। मुस्ताफिजुर ने जूनियर डॉक्टरों को उनके रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं मिलने की भी धमकी दी है। वह हर चीज को नियंत्रित करता है।

पुलिस उपायुक्त इंदिरा को इंटरनेट मीडिया पर धमकी, जांच शुरू

इंटरनेट मीडिया पर कोलकाता पुलिस की उपायुक्त (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी पर तरह-तरह के भद्दे कमेंट करने और धमकी देने के आरोप को लेकर कोलकाता पुलिस ने जांच शुरू की है। हेयर स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज की गई है। आरजी करकांड के बाद से इंदिरा ने मीडिया से कई मुद्दों पर बात करती आ रही  हैं। वह कोलकाता पुलिस की ओर से लगातार संवाददाता सम्मेलन भी कर रही हैं।

उन्होंने अलग-अलग समय पर घटना को लेकर अलग-अलग बातें बताईं है। उनकी प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जारी किया जाता है। उस वीडियो के नीचे कमेंट बाक्स में कई यूजर्स ने कई आपत्तिजनक कमेंट किए हैं। कथित तौर पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है।

तीन यूजर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज

मामला सामने आने के बाद कोलकाता पुलिस के हेयर स्ट्रीट थाने में इंटरनेट मीडिया के तीन यूजर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस धमकी देने वालों का पता लगाने में जुटी है। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरजी कर कांड सामने आने के बाद से पुलिस की भूमिका पर कई बार सवाल उठे हैं।