Kolkata Murder Case: 42 दिन बाद काम पर लौटे जूनियर डॉक्टर्स, बोले-मांगे पूरी होने के बाद ही OPD में करेंगे काम
कोलकाता के आरजी कर कांड के विरोध में 41 दिनों की हड़ताल और उसके बाद विशाल रैली निकालने के पश्चात जूनियर डॉक्टर शनिवार से काम पर लौट आए हैं वह अभी आपातकालीन विभाग में ही ड्यूटी कर रहे हैं। ओपीडी की जिम्मेदारी अभी भी सीनियर डॉक्टर संभाल रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा है कि राज्य सरकार जब तक उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं करेगी।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर कांड के विरोध में 41 दिनों की हड़ताल और उसके बाद विशाल रैली निकालने के पश्चात जूनियर डॉक्टर शनिवार से काम पर लौट आए हैं, वह अभी आपातकालीन विभाग में ही ड्यूटी कर रहे हैं।
ओपीडी की जिम्मेदारी अभी भी सीनियर डॉक्टर संभाल रहे हैं। जूनियर डाक्टरों ने साफ तौर पर कहा है कि राज्य सरकार जब तक उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तब तक वह ओपीडी के मरीजों को नहीं देखेंगे। आरजी कर कांड के विरोध में विभिन्न जिलों के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों से जो जूनियर डॉक्टर आंदोलन करने कोलकाता आए थे, वह शुक्रवार को रैली खत्म करने के बाद से ही लौटने लगे हैं।
जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का किया एलान
वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट की ओर से कहा गया है कि उसने हड़ताल जरूर खत्म की है लेकिन जब तक मृत महिला डॉक्टर के स्वजन को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ बैठक करने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार रात हड़ताल व धरना खत्म करने की घोषणा की थी।
क्या अस्पतालों में सेवा हुई सामान्य?
उनके काम पर लौटने से सरकारी अस्पतालों में सेवा सामान्य हुई है और सीनियर डॉक्टरों का बोझ कम हुआ है। स्वास्थ्य भवन के सामने से धरना हटते ही प्रशासन की ओर से वहां पर सफाई अभियान शुरू किया गया है तथा वहां लिखे नारों को मिटाया जा रहा।
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