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जादवपुर विश्वविद्यालय जाएगी UGC की एंटी-रैगिंग टीम, छात्र की मौत के मामले को लेकर स्टूडेंट्स से करेगी बातचीत

बीते 10 अगस्त को स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की कथित रैगिंग से हुई मौत के मामले में जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) की तीन रिपोर्टों से असंतुष्ट विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जांच के लिए विवि में एंटी-रैगिंग टीम भेजने का फैसला किया है। यह टीम सोमवार को कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय पहुंचेगी। यूजीसी ने पहले ही इस संबंध में जेयू अधिकारियों को सूचना भेज दी है।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 03 Sep 2023 08:16 PM (IST)
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जादवपुर विश्वविद्यालय जाएगी UGC की एंटी-रैगिंग टीम (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बीते 10 अगस्त को स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की कथित रैगिंग से हुई मौत के मामले में जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) की तीन रिपोर्टों से असंतुष्ट विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जांच के लिए विवि में एंटी-रैगिंग टीम भेजने का फैसला किया है। यह टीम सोमवार को कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय पहुंचेगी।

यूजीसी ने जेयू अधिकारियों को भेजी सूचना

यूजीसी ने पहले ही इस संबंध में जेयू अधिकारियों को सूचना भेज दी है। उन्होंने कहा है कि फील्ड विजिट के दौरान आयोग के एंटी-रैगिंग सेल के सदस्य विश्वविद्यालय के संबंधित विभाग के सदस्यों और छात्रों के साथ अलग-अलग बातचीत करेंगे।

क्या है आयोग का मुख्य उद्देश्य?

जेयू के सूत्रों ने कहा कि आयोग का मुख्य उद्देश्य एक गहन सर्वेक्षण करना है कि आयोग द्वारा निर्धारित एंटी-रैगिंग दिशानिर्देशों को जेयू में कितना लागू किया गया है। साथ ही मामले को लेकर स्पष्टीकरण भी प्राप्त करना है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की तरफ से आयोग को पहले तीन रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।

विश्वविद्यालय परिसर में लगने हैं 26 सीसीटीवी कैमरे

इस बीच जेयू सूत्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में 26 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए निविदा जारी करने के बावजूद इस पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है। जेयू के अंतरिम कुलपति बुद्धदेव साव द्वारा बुलाई गई सभी हितधारकों की बैठक में छात्र प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय अधिकारियों से उन सटीक बिंदुओं पर लिखित घोषणा मांगी है, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

यूजीसी की एंटी-रैगिंग टीम को देने होंगे कई स्पष्टीकरण

जेयू के एक सदस्य ने बताया कि यह एक प्रमुख बिंदु होगा, जहां विश्वविद्यालय के अधिकारियों को यूजीसी की एंटी-रैगिंग टीम को कई स्पष्टीकरण देने होंगे, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे लगाना आयोग की एंटी-रैगिंग दिशानिर्देशों की प्रमुख शर्तों में से एक है। उन्होंने कहा कि आयोग की टीम एक महत्वपूर्ण समय पर आ रही है, जब जेयू रजिस्ट्रार स्नेहमंजू बसु के इस्तीफा को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

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