चाय बगानों के श्रमिकों को बड़ा फायदा, मिलेगा 16 प्रतिशत बोनस
उत्तर बंगाल के दुआर्स और तराई क्षेत्रों के चाय बागानों के श्रमिकों को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 16 प्रतिशत बोनस मिलेगा। भारतीय चाय संघ (टीएआइ) ने कहा कि ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों और नियोक्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले बागान संघों की परामर्शदात्री समिति (सीसीपीए) के सदस्यों के बीच उचित विचार-विमर्श के बाद बोनस पर समझौता हुआ है। उद्योग लंबे समय से गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : उत्तर बंगाल के दुआर्स और तराई क्षेत्रों के चाय बागानों के श्रमिकों को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 16 प्रतिशत बोनस मिलेगा। भारतीय चाय संघ (टीएआइ) ने कहा कि ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों और नियोक्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले बागान संघों की परामर्शदात्री समिति (सीसीपीए) के सदस्यों के बीच उचित विचार-विमर्श के बाद बोनस पर समझौता हुआ है।
टीएआइ ने एक बयान में कहा कि उद्योग लंबे समय से गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में उत्तर बंगाल में चाय उद्योग ने 19 प्रतिशत बोनस भुगतान पर समझौता किया था। टीएआइ के अनुसार, उत्तर बंगाल में चाय बागानों की आर्थिक स्थिरता खतरे में है।
बगान के पौधे के उत्पादन में भारी गिरावट
प्रतिकूल मौसम की स्थिति ने बागान के पौधों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया है, जिससे साल के दौरान उत्पादन में काफी गिरावट आई है। टीएआइ ने कहा कि पहली और दूसरी तोड़ाई की फसल, जो सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली चाय पैदा करती है, को नुकसान हुआ है, जिससे बागानों का नकदी प्रवाह प्रभावित हुआ है।
16 प्रतिशत के आंकड़े पर बनी सहमति
टीएआइ ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद, प्रबंधन ने औद्योगिक शांति और सद्भाव के लिए बोनस अधिनियम 1965 के अतिरिक्त कुछ प्रतिपूरक भुगतान करने का निर्णय लिया है। 16 प्रतिशत के आंकड़े पर सहमति बनी है।