H1B Visa को लेकर पीएम मोदी ने सुनाई खुशखबरी, खुशी से झूम उठे भारतीय, Video
H1B Visa भारतीय पेशेवरों के लिए बड़ी खुशखबरी है।अब विदेश यात्रा किए बिना अपने वर्क वीजा को नवीनीकृत कर सकते हैं। यह कदम पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक के बाद लिया गया है।पीएम मोदी ने घोषणा के साथ यह भी कहा हम साथ मिलकर सिर्फ नीतियां और समझौते ही नहीं बना रहे हैं हम जीवन सपनों और नियति को भी आकार दे रहे हैं।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 24 Jun 2023 09:10 AM (IST)
वाशिंगटन डीसी, एजेंसी। अब भारतीय पेशेवर विदेश यात्रा किए बिना अपने वर्क वीजा को नवीनीकृत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई इस घोषणा के बाद भारतीय पेशेवरों को बड़ी राहत मिली है।
पीएम मोदी ने वाशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए घोषणा की कि भारतीय मूल के सदस्यों को अब एच-1बी वीजा के लिए अमेरिका नहीं छोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'अब यह निर्णय लिया गया है कि एच-1बी वीजा नवीनीकरण अमेरिका में ही किया जा सकता है।' नए वीजा नियमों से भारतीयों के लिए अमेरिका में रहना और काम करना आसान हो जाएगा।
लोगों से लोगों की पहल का हिस्सा
संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकारियों ने घोषणा की कि वे लोगों से लोगों की पहल के हिस्से के रूप में 'देश में' नवीकरणीय एच-1बी वीजा पेश करेंगे। इससे एच-1बी वीजा पर अमेरिका में काम करने वाले कई भारतीयों के लिए एच-1बी वीजा नवीनीकरण की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास
जानकारी के लिए बता दें, भारत इस साल सिएटल में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका के 2 और शहरों में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे।
PM Modi announced a big relief for H-1B Visa holders in his address to the Indian diaspora!
— BJP (@BJP4India) June 24, 2023
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क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने घोषणा के साथ यह भी कहा, 'हम साथ मिलकर सिर्फ नीतियां और समझौते ही नहीं बना रहे हैं, हम जीवन, सपनों और नियति को भी आकार दे रहे हैं।'इस साल के अंत में भारतीय नागरिकों सहित कुछ याचिका-आधारित अस्थायी कार्य वीजा के घरेलू नवीनीकरण पर निर्णय लेने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य एच1बी के विस्तारित पूल के लिए इसे लागू करना है। इससे दो देशों के बीच पेशेवर और कुशल श्रमिकों, छात्रों, निवेशकों और व्यापारिक यात्रियों की आवाजाही द्विपक्षीय आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को बढ़ाने में काफी योगदान देती है।