अमेरिका के एच1-बी वीजा का पंजीकरण एक मार्च से शुरू, सफल आवेदकों का लाटरी सिस्टम से होगा चुनाव
US H1 B Visa अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाएं (यूएससीआइएस) ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023 एच-1बी कैप के लिए प्रारंभिक पंजीकरण अवधि एक मार्च दोपहर के पहले खुल जाएगी और 18 मार्च 2022 दोपहर पहले तक जारी रहेगी।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sun, 30 Jan 2022 06:45 PM (IST)
वाशिंगटन, प्रेट्र। वित्त वर्ष 2023 के लिए सर्वाधिक मांग वाले एच-1बी वीजा के लिए पंजीकरण इस साल एक मार्च से शुरू हो जाएगा। अमेरिकी संघीय आव्रजन एजेंसी के अनुसार, सफल आवेदकों का बिना किसी क्रम के चुनाव किया जाएगा। 31 मार्च तक उन्हें आनलाइन अधिसूचित किया जाएगा।
एच-1बी वीजा एक गैर-आव्रजन वीजा है। अमेरिकी कंपनियों को यह सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की दरकार वाले विशेष पेशे में विदेशी कामगारों को काम पर रखने की अनुमति प्रदान करता है। इस पर निर्भर तकनीकी कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों आइटी क्षेत्र समेत तकनीकी दक्षता वाले कर्मचारियों को नौकरी देती हैं।
18 मार्च 2022 तक जारी रहेगा पंजीकरण
अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाएं (यूएससीआइएस) ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023 एच-1बी कैप के लिए प्रारंभिक पंजीकरण अवधि एक मार्च दोपहर के पहले खुल जाएगी और 18 मार्च 2022 दोपहर पहले तक जारी रहेगी। इस अवधि के दौरान संभावित आवेदक एवं प्रतिनिधि आनलाइन एच-1बी पंजीकरण प्रणाली का इस्तेमाल कर अपना पंजीकरण पूरा कर सकते हैं और सौंप सकते हैं।
लाटरी सिस्टम से होगा पंजीकरण का चुनाव
यूएससीआइएस ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा है, 'यदि हमें 18 मार्च तक पर्याप्त पंजीकरण प्राप्त होता है तो हम लाटरी सिस्टम से पंजीकरण का चुनाव करेंगे और यूजर्स माई यूएससीआइएस आनलाइन अकाउंट के माध्यम से चुने जाने की सूचना भेजेंगे। हम 31 मार्च तक अकाउंट होल्डरों को सूचित करना चाहते हैं।'एक वर्ष में अधिकतम 65000 एच-1बी वीजा जारी कर सकता है यूएससीआइएस
कांग्रेस द्वारा सीमा बांधे जाने के कारण यूएससीआइएस एक वर्ष में अधिकतम 65000 एच-1बी वीजा जारी कर सकता है। यूएससीआइएस अन्य 20,000 एच-1बी वीजा उन विदेशी छात्रों को जारी कर सकता है जिन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालय से विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) विषयों में उच्च शिक्षा पूरी की है।यह भी पढ़ें : अंकारा को भारत विरोधी केंद्र बनाने में जुटी आइएसआइ, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी खुफिया रिपोर्ट ने किया आगाह