Move to Jagran APP

'जो काम G20 का कोई अध्यक्ष नहीं कर पाया, वह भारत ने कर दिखाया' नई दिल्ली घोषणा पत्र पर बोले शशि थरूर

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र भारत की कूटनीतिक जीत है। जो किसी G20 के अध्यक्ष ने नहीं किया वह भारत ने कर दिखाया। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र एक अच्छी उपलब्धि है क्योंकि सम्मेलन से पहले किसी ने भी इसकी उम्मीद नहीं की थी। कई देश यूक्रेन में रूसी आक्रमण की निंदा करना चाहते थे।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 11 Sep 2023 04:20 AM (IST)
Hero Image
G20 Summit 2023: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने नई दिल्ली घोषणा पत्र को लेकर मोदी सरकार की तारीफ की
न्यूयार्क, एएनआई। G20 Summit 2023: भारत की राजधानी नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष, शासनाध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल हुए। भारत ने पहले ही दिन नई दिल्ली घोषणा पत्र (New Delhi Declaration) जारी कर बड़ी उपलब्धि हासिल की। अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने भी इसे लेकर केंद्र सरकार की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक जीत है।

'नई दिल्ली घोषणा पत्र की उम्मीद किसी ने नहीं की थी'

न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में शशि थरूर ने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र एक अच्छी उपलब्धि है, क्योंकि सम्मेलन से पहले किसी ने भी इसकी उम्मीद नहीं की थी। कई देश यूक्रेन में रूसी आक्रमण की निंदा करना चाहते थे, जबकि रूस और चीन जैसे देश चाहते थे कि इस मुद्दे का घोषणा पत्र में जिक्र न किया जाए।

'जो किसी G20 अध्यक्ष ने नहीं किया, वह भारत ने कर दिखाया' 

शशि थरूर ने केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत की अध्यक्षता ने G20 शिखर सम्मेलन को लोगों का G20 बना दिया। यह भाजपा द्वारा विश्व नेताओं की अपनी ओर मोड़ने का प्रयास भी था। थरूर यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि भारत ने वह कर दिखाया है, जो G20 के किसी भी अध्यक्ष ने नहीं किया था। भारत के 58 शहरों में 200 बैठकें आयोजित की गईं। सरकार ने G20 को देशव्यापी कार्यक्रम बना दिया।

नवंबर में G20 का वर्चुअल सेशन आयोजित करने का प्रस्ताव

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को G20 समिट के पहले दिन नई दिल्ली घोषणा पत्र को अपनाने की घोषणा की। उन्होंने रविवार को सम्मेलन के समापन की घोषणा करते हुए सहयोग के लिए दिए गए प्रस्तावों और सुझावों की समीक्षा के लिए नवंबर में G20 का वर्चुअल सेशन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। इस पर थरूर ने कहा कि मोदी को ऐसा करने का पूरा अधिकार है। वे सत्ताधारी पार्टी के नेता हैं।

यह भी पढ़ें: देश-दुनिया के करोड़ों लोगों के आकर्षण का केंद्र बना भारत मंडपम, अब G20 सम्मेलन के बाद क्या होगा इसका?

कांग्रेस सांसद ने कहा कि कई देशों ने G20 सम्मेलन की मेजबानी की है, लेकिन जिस तरह से भाजपा ने अपने नेतृत्व का जश्न मनाया है, वैसा कभी भी किसी भी सत्तारुढ़ दल ने नहीं मनाया। वे G20 का विज्ञापन ऐसा कर रहे हैं जैसे कि यह मोदी और भाजपा सरकार की व्यक्तिगत उपलब्धि हो। हालांकि, इससे कुछ लोगों की भौंहे तन गई है।

यह भी पढ़ें: 'G20 घोषणा पत्र ने यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस को किया अलग-थलग' मैक्रों के दावे पर क्या बोले लावरोव?

भारत के बाद ब्राजील करेगा G20 की अध्यक्षता

बता दें, भारत के बाद ब्राजील G20 की अध्यक्षता करेगा। भारत ने पिछले साल एक दिसंबर को इंडोनेशिया के बाद G20 की अध्यक्षता संभाली थी। देश के कुल 60 शहरों में करीब 200 बैठकें की गईं।