Israel-Hamas War: गाजा में दिन-रात जारी है इजरायली कार्रवाई, ताजा हमले में 67 फलस्तीनियों की मौत
इजरायल की ओर से गाजा में हमला जारी है। मंगलवार-बुधवार की रात और सुबह किए गए हमलों में 67 फलस्तीनियों की मौत हो गई। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि इजरायली सेना का दावा है कि खान यूनिस और जिटौन क्षेत्र में हमले में मरने वाले आतंकी हैं और इनकी संख्या 20 है। उनके हथियारों को नष्ट किया गया है।
एपी, यरुशलम। इजरायल की ओर से गाजा में हमला जारी है। मंगलवार-बुधवार की रात और सुबह किए गए हमलों में 67 फलस्तीनियों की मौत हो गई। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, इजरायली सेना का दावा है कि खान यूनिस और जिटौन क्षेत्र में हमले में मरने वाले आतंकी हैं और इनकी संख्या 20 है। उनके हथियारों को नष्ट किया गया है।
हमले में अबतक 29,313 फलस्तीनियों की मौत
सात अक्टूबर के बाद से इजरायली हमले में अबतक 29,313 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जबकि 69,333 घायल हो चुके हैं। इजरायली सेना की ओर से 3200 वांछित आतंकी सहित अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीं, सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि बुधवार को इजरायल ने दमिश्क स्थित एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया है। हमले में दो नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मिसाइल बुधवार सुबह दागी गई थी। इसने चाम सिटी सेंटर माल के पास स्थित इमारत को निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय का कहना कि जिस समय हमला हुआ था उस वक्त पास स्थित स्कूल में बच्चे मौजूद थे। वे हमले के बाद बेहद डर गए थे। हालांकि, इजरायल की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
बंधकों तक जरूरी दवाएं पहुंच रहीं
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमास ने गाजा में रखे गए करीब 100 बंधकों तक दवा पहुंचाना शुरू कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डा. माजिद अल-अंसारी ने कहा कि हमास ने पुष्टि की है कि गाजा पट्टी में फलस्तीनियों के लिए दवाओं और मानवीय सहायता के बदले बंधकों को आवश्यक दवाएं पहुंचाई जा रही हैं।
हमास हमले को रोकने में सेना की विफलता की जांच शुरू
इजरायल पर हमास की ओर से सात अक्टूबर को किए गए हमले को रोकने में सेना की विफलता की आंतरिक जांच शुरू करने की घोषणा की गई है। रक्षा बल के चीफ आफ स्टाफ ने कहा कि जांच के बाद ही समझ पाएंगे कि उस हालात में हम किस तरह से कार्य कर सकते थे और भविष्य में बेहतर तरीके से इजरायली नागरिकों की रक्षा के लिए कौन से कदम उठाए जा सकते हैं।