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Israel-Hamas War: इजरायल की जेल में फलस्तीनी कैदियों का हो रहा यौन शोषण, US ने की वीडियो की जांच की मांग

इजरायल और हमास के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। संयुक्त राज्य अमे रिका ने सेदे तेइमान बेस के एक वीडियो को लेकर सवाल उठाया है। इस वीडियो में फलस्तीनी कैदी के साथ यौन शोषण करने का खुलासा हुआ है। मामले को लेकर विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं से कहा हमने वीडियो देखा है और बंदियों के यौन शोषण की रिपोर्टें भयावह हैं।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Thu, 08 Aug 2024 08:57 AM (IST)
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इजरायल की जेल में फलस्तीनी कैदियों का हो रहा यौन शोषण (फोटो- X)

एएफपी, वॉशिंगटन। इजरायल और हमास के बीच युद्ध नहीं थम रहा है। इस युद्ध में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इजयरायल की जेलों में बंद कैदियों के साथ ही बुरा व्यवहार किया जा रहा है, जिसे लेकर एक वीडियो सामने आया है।

इजरायल की जेल में कैदियों के साथ हो रहा यौन शोषण

बता दें कि इजरायल ने गाजा युद्ध के दौरान हिरासत में लिए गए फलस्तिनियों को जहां रखा है उस जेल का नाम सेदे तेइमान बेस है। इजरायल के चैनल 12 पर इसी जेल का एक लीक वीडियो प्रसारित हुआ। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि सैनिक एक कैदी को उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

इस वीडियो के सामने आने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को इजरायल से आग्रह किया कि वह एक वीडियो के सामने आने के बाद इसकी जांच करे और जवाबदेही सुनिश्चित करे, जिसमें सैनिकों को एक फलस्तीनी कैदी का यौन शोषण करते हुए दिखाया गया है।

वायरल हुआ यौन शोषण का वीडियो

वीडियो को देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि इजरायली सैनिक ढाल के पीछे से कैदी के साथ यौन क्रियाएं कर रहे हैं, और एक सैनिक ने अपने कमर पर हाथ रखा हुआ है।

विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं से कहा, हमने वीडियो देखा है और बंदियों के यौन शोषण की रिपोर्टें भयावह हैं।

रिहा किये गये फलस्तीनी कैदियों ने हिरासत में यातना, बलात्कार और अन्य दुर्व्यवहार के आरोप लगाये हैं, जिनका इजरायली अधिकारियों ने खंडन किया है।

UN ने दी थी फलस्तीनी कैदियों के साथ यातना की चेतावनी

इस सप्ताह, संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल द्वारा फलस्तीनी कैदियों के खिलाफ "यातना के बढ़ते प्रयोग" के बारे में चेतावनी दी और मानवता के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया।

मिलर ने कहा, सभी मामलों में कैदियों के मानवाधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए और जब कथित उल्लंघन होते हैं, तो इजरायल सरकार को उन लोगों की जांच करने के लिए कदम उठाने चाहिए जिन पर दुर्व्यवहार करने का आरोप है और यदि उचित हो, तो उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

जांच तेजी से होनी चाहिए- मिलर

एएफपी द्वारा संपर्क किए गए एक इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि सेना रिपोर्टों की जांच कर रही है। मिलर ने कहा कि इजरायली सैन्य जांच तेजी से आगे बढ़नी चाहिए।

सेना ने पिछले महीने कहा था कि वह अंतर्राष्ट्रीय मीडिया, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और मानवाधिकार समूहों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर सेदे तेइमान में एक बंदी के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच शुरू कर रही है।

उन्होंने बताया कि नौ सैनिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर किया था हमला

आधिकारिक इजरायली आंकड़ों पर आधारित एएफपी की गणना के अनुसार, हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर अब तक का सबसे घातक हमला किया, जिसमें 1,198 लोग मारे गए।

हमास ने 251 लोगों को भी बंदी बना लिया है, जिनमें से 111 अभी भी गाजा में बंद हैं, जिनमें से 39 के बारे में सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 39,677 लोग मारे गए हैं, हालांकि मंत्रालय ने नागरिकों और आतंकवादियों की मौतों का ब्यौरा नहीं दिया है।

इस अभियान के कारण फलस्तीनी क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है, जिसमें आवासीय क्षेत्र, स्कूल और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे भी शामिल हैं।

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