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Iran: ईरान में महिलाओं को हिजाब नहीं पहनने पर मिलेगी सजा, कैमरे से की जा रही है निगरानी

ईरान में हिजाब के विरोध में महिलाओं के व्यापक विरोध-प्रदर्शनों के बावजूद वहां की कट्टरपंथी सरकार अपने तौर-तरीके बदलने को तैयार नहीं है। अब ईरान में हिजाब नहीं पहनने वाली महिलाओं की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। फोटो- रायटर।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 08 Apr 2023 11:37 PM (IST)
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ईरान में महिलाओं को हिजाब नहीं पहनने पर मिलेगी सजा।

तेहरान, रायटर। ईरान में हिजाब के विरोध में महिलाओं के व्यापक विरोध-प्रदर्शनों के बावजूद वहां की कट्टरपंथी सरकार अपने तौर-तरीके बदलने को तैयार नहीं है। अब ईरान में हिजाब नहीं पहनने वाली महिलाओं की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि बिना हिजाब महिलाओं को पहचाना जा सके और उन्हें दंडित किया जा सके।

विरोध से फैलती है असुरक्षा-सरकार

स्थानीय पुलिस ने बताया कि हिजाब नियमों को उल्लंघन करने वाली महिलाओं को इसके परिणामों के बारे में बताया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य "हिजाब कानून के खिलाफ प्रतिरोध को रोकना" है, ईरान की सरकारी 'मिजान' समाचार एजेंसी और अन्य राज्य मीडिया द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस तरह के विरोध से देश की आध्यात्मिक छवि धूमिल होती है और असुरक्षा फैलती है।

अमीनी की मौत के बाद महिलाएं छोड़ रहीं हिजाब

पिछले साल सितंबर में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमीनी की मौत के बाद बड़ी संख्या में ईरानी महिलाएं हिजाब छोड़ रही हैं। महसा की मौत के बाद हुए विरोध को हालांकि सुरक्षा बलों ने हिंसक कार्रवाइयों से दबा दिया। इसके बावजूद अभी भी, देश के कड़े हिजाब नियमों को ठुकराते हुए बड़ी संख्या में महिलाओं को बिना पर्दे के मॉल, रेस्तरां, दुकानों और सड़कों पर देखा जाता है। सोशल मीडिया में ऐसे वीडियोज़ की बाढ़ आ गई है, जिनमें महिलाओं ने अपना हिजाब उतार दिया।

1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद अनिवार्य हुआ हिजाब, महिलाओं पर होते हैं हमले

मालूम हो कि 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान के इस्लामी शरिया कानून के तहत, महिलाओं के लिए अपने बालों और शारीरिक बनावट को ढकने वाले लंबे, ढीले-ढाले कपड़े और हिजाब पहनना अनिवार्य है। उल्लंघन करने वालों को सार्वजनिक फटकार, जुर्माना या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ता है।

इस्लामिक गणराज्य का व्यावहारिक सिद्धांत से नहीं किया जाएगा समझौता

ईरान के गृह मंत्रालय ने पर्दे को ईरानी राष्ट्र की सभ्यतागत नींव और इस्लामिक गणराज्य का व्यावहारिक सिद्धांत बताते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इन निर्देशों से कट्टरपंथी महिलाओं पर हमले करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। पिछले हफ्ते वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को दुकान में बिना हिजाब की दो महिलाओं पर दही फेंकते देखा गया।