China Taiwan Conflict: ताइवान की राष्ट्रपति ने की अमेरिकी गर्वनर से मुलाकात, कहा- अमेरिका हमारा प्रमुख सहयोगी
China Taiwan Conflict गवर्नर इरिक ने अपनी यात्रा को आर्थिक विकास यात्रा का नाम दिया। उन्होंने कहा कि उनका यह दौरा ताइवान और दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिकी साझेदारी को और मजबूत करने पर केंद्रित है। वहीं ताइवान की राष्ट्रपति ने भी इस दौरान अमेरिका को अपना प्रमुख सहयोगी कहा।
ताइपे, एजेंसी। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) चीन (China) की तमाम चेतावनियों को दरकिनार करते हुए ताइवान (Taiwan) की सफल यात्रा कर वापस लौट चुकी हैं। वह इस महीने की शुरुआत में ताइपे पहुंची हुई थीं। उनके लौटने के करीब बारह दिन बाद अमेरिका (America) के सीनेटर एड मार्के (Ed Markey) के नेतृत्व में पांच अमेरिकी सांसदों के एक समूह ताइवान पहुंचा और अब अमेरिकी राज्य इंडियाना के गर्वनर इरिक होलकांब (Eric Holcomb) रविवार को ताइवान के दौरे पर पहुंचे हुए हैं।
इसे देखते हुए लगता है कि अमेरिका को ताइवान पर चीनी सैन्य अभ्यास और धमकी की कोई परवाह नहीं है और वहां से नेताओं का ताइवान दौरा लगातार जारी है।
इरिक ने ट्वीट कर दी जानकारी
रविवार को इरिक ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सोमवार की सुबह वह ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन (Tsai-Ing-Wen) से मुलाकात करेंगे और इसके साथ ही दक्षिण कोरिया की यात्रा पर भी जाएंगे। इरिक ने कहा, ''मैं इस हफ्ते ताइवान और दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिकी साझेदारी को और मजबूत करने को लेकर उत्साहित हूं।''
गवर्नर इरिक ने अपनी यात्रा को आर्थिक विकास यात्रा का नाम दिया। उन्होंने कहा कि इस दौरान वह सरकारी अधिकारियों, कारोबारियों व अकादमिक संस्थाओं के प्रमुखों से मुलाकात कर ताइवान और दक्षिण कोरिया से सांस्कृतिक संबंध भी आगे बढ़ाएंगे।
ताइवान ने अमेरिका को बताया करीबी दोस्त
इस बीच, ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने सोमवार को गर्वनर इरिक से कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) में ताइवान और अमेरिका सुरक्षा के मामलों में और आर्थिक दृष्टिकोण से एक-दूसरे के प्रमुख सहयोगी हैं। वेन ने कहा कि लोकतांत्रिक सहयोगियों को एक-दूजे के साथ आवश्यक रूप से साथ खड़े होना चाहिए।
मालूम हो कि वेन ने यह टिप्पणी ताइपे में स्थित अपने कार्यालय में इरिक के साथ हो रही बैठक के दौरान की।
गुस्से से तिलमिलाया चीन
इन दिनों ताइवान में अमेरिकी नेताओं का इस तरह बार-बार आना चीन को रास नहीं आ रहा है। गुस्से से तिलमिलाए चीन का कहना है कि ताइवान (Taiwan) चीन का हिस्सा है और वहां अमेरिका का इस तरह आना-जाना देश की संप्रभुता के खिलाफ है।
ऐसे में अमेरिका द्वारा उसकी चेतावनियों को नजरअंदाज किया जाना चीन को नहीं भा रहा है इसलिए दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए चीन ने ताइवान के आसपास युद्धाभ्यास इन दिनों तेज कर दिए हैं।