भारत ने आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय मुहैया कराने वालों पर निशाना साधा
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने घाना की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की खुली बहस में भाग लेते हुए यह बात कही। बैठक का विषय शांति स्थापना और स्थायी शांति’ था। उन्होंने कहा कि मने शांति स्थापना के आदेश को उद्देश्यपूर्ण अच्छी तरह से परिभाषित करने की वकालत की।
संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी।संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना भारत ने गुरुवार को आतंकियों को पनाह देने वालों पर निशाना साधा। भारत ने कहा कि उन लोगों को बुलाएं, जो आतंकियों को सुरक्षित आश्रय मुहैया कराते हैं। उन्हें बुलाएं, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रतिबंधों सहित उनके बचाव में आते हैं। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने घाना की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की खुली बहस में भाग लेते हुए यह बात कही। बैठक का विषय 'शांति स्थापना और स्थायी शांति’ था।
उन्होंने कहा कि मने शांति स्थापना के आदेश को उद्देश्यपूर्ण, अच्छी तरह से परिभाषित और केंद्रित रखने की पुरजोर वकालत की है। भारतीय शांतिरक्षक लगभग 5800 सैन्य और पुलिस कर्मियों को आज संयुक्त राष्ट्र के 12 सक्रिय शांति अभियानों में से 9 में तैनात किया गया है।
UN Peace Operations are often burdened with objectives that go beyond traditional mandate of peacekeeping...Need of the hour is a holistic approach; coordinated action; and a clear strategy that addresses the challenges to peacekeeping operations and peacebuilding: Foreign Secy pic.twitter.com/k6BBlZ6uFq— ANI (@ANI) November 4, 2022
क्वात्रा ने कहा कि आतंकवाद से उत्पन्न खतरे के लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के एकजुट आवाज की जरूरत है। हमें मेजबान राज्य के सुरक्षा बलों की क्षमताओं को मजबूत करना चाहिए, वित्तीय संसाधनों तक आतंकवादी ताकतों की पहुंच रोकने के लिए हाथ मिलाना चाहिए और सामूहिक रूप से उन लोगों को बुलाना चाहिए जो आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करते हैं और साथ ही जो उनके साथ खड़े होते हैं और उनके बचाव में आगे आते हैं। उनकी टिप्पणी परोक्ष रूप से पाकिस्तान एवं चीन के संदर्भ में प्रतीत होती है। पिछले पांच महीनों में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को नामित करने के भारत और अमेरिका के कई प्रस्तावों में बाधा डाली है।