भारतीय मूल के बैरिस्टर वरुण घोष ऑस्ट्रेलियाई सीनेट में नियुक्त, जल्द संभालेंगे जिम्मेदारी
पश्चिमी आस्ट्रेलिया संसद की संयुक्त बैठक में गुरुवार को 38 वर्षीय वरुण का चयन किया गया। फ्रैंसिस बर्ट चैंबर्स में बैरिस्टर वरुण वर्तमान सीनेटर पैट्रिक डाडसन का स्थान लेंगे। घोष 1980 के दशक में अपने माता-पिता के भारत से चले जाने के बाद 17 साल की उम्र में पर्थ में लेबर पार्टी में शामिल हो गए और न्यूरोलॉजिस्ट के रूप में काम करना शुरू कर दिया था।
मेलबर्न, आइएएनएस। ऑस्ट्रेलिया की सीनेट में भारतवंशी बैरिस्टर वरुण घोष नामित किए गए हैं। वह अगले सप्ताह सीनेट में अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगे। लेबर पार्टी ने आधिकारिक रूप से उन्हें पश्चिमी आस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है।
पश्चिमी आस्ट्रेलिया संसद की संयुक्त बैठक में गुरुवार को 38 वर्षीय वरुण का चयन किया गया। फ्रैंसिस बर्ट चैंबर्स में बैरिस्टर वरुण वर्तमान सीनेटर पैट्रिक डॉडसन का स्थान लेंगे।
विधानसभा की ओर से दी गई जानकारी
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की विधानसभा ने एक्स पर यह घोषणा की है, "विधानसभा और विधान परिषद ने संघीय संसद की सीनेट में पश्चिमी आस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए वरुण घोष को चुना है।" बीती सदी के नौवें दशक में उनके माता-पिता भारत से ऑस्ट्रेलिया में आकर बस गए थे। वरुण 17 वर्ष की उम्र में पर्थ में लेबर पार्टी में शामिल हुए। 2019 के संघीय चुनाव में वरुण लेबर पार्टी के सीनेट टिकट पर पांचवें स्थान पर रहे, लेकिन निर्वाचित नहीं हो सके।न्यूयॉर्क में वित्त अटॉर्नी के तौर पर संभाला कार्यभार
पश्चिमी आस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय से वरुण ने कला और कानून की डिग्री हासिल की और कैंब्रिज विश्वविद्यालय में वह कानून में राष्ट्रमंडल स्कॉलर थे। शुरू में न्यूयॉर्क में उन्होंने वित्त अटॉर्नी के रूप में काम किया और वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक के लिए सलाहकार रहे। 2015 में किंग एंड कंपनी के वरिष्ठ सहयोगी के रूप में वह आस्ट्रेलिया लौट आए।
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