Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

शेख हसीना की बढ़ेंगी मुश्किलें! अंतर्राष्ट्रीय ट्रिब्यूनल ने शुरू की नरसंहार के आरोपों की जांच

Bangladesh Violence बांग्लादेश की सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद भारत में शरण लेकर रह रहीं शेख हसीना की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। बांग्लादेश में इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना और नौ अन्य लोगों पर नरसंहार व मानवता के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। आरोप छात्रों के आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई से संबंधित हैं।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 15 Aug 2024 11:50 PM (IST)
Hero Image
छात्रों के आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई से संबंधित हैं आरोप।

पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और नौ अन्य लोगों पर लगे नरसंहार व मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। ये आरोप 15 जुलाई से पांच अगस्त तक चले छात्रों के आंदोलन के दौरान सरकार के निर्देश पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई से संबंधित हैं।

ट्रिब्यूनल को इन आरोपों की शिकायत बुधवार को दी गई थी। शिकायत में जघन्य अपराधों के लिए हसीना, उनके कई मंत्रियों और तत्कालीन उच्च अधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं। इस शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करते हुए ट्रिब्यूनल ने गुरुवार को जांच शुरू कर दी। शिकायत पत्र देने वाले अधिवक्ता गाजी एमएच तमीम ने ट्रिब्यूनल की जांच शुरू होने की पुष्टि की है।

मृतक छात्र के पिता ने की है शिकायत 

यह शिकायत बुलबुल कबीर की ओर से दी गई है। उनके बेटे आरिफ अहमद सियाम की आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मौत हो गई थी। आरिफ कक्षा नौ का छात्र था। शिकायत में कहा गया है कि हसीना के निर्देश पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बड़ी संख्या में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे लोगों की मौत हुई।

शेख हसीना ने पांच अगस्त को पद और देश छोड़ दिया था, अब वह भारत में हैं। उनके खिलाफ बांग्लादेश में 13 अगस्त को हत्या के एक मामला दर्ज किया गया है। 14 अगस्त को एक मामला अधिवक्ता के अपहरण और उत्पीड़न का दर्ज किया गया है।

बंगबंधु की पुण्यतिथि नहीं मनाने दी

बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की गुरुवार को पुण्यतिथि थी। 1975 में 15 अगस्त को शेख मुजीब और उनके परिवार के ज्यादातर लोगों की ढाका में हत्या कर दी गई थी। जिस मकान में शेख मुजीब की हत्या की गई थी उसमें उनके ही नाम पर बाद में संग्रहालय बना दिया गया था।

प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत में रह रहीं शेख हसीना ने बांग्लादेश के लोगों से पूरी शांति से अपने पिता शेख मुजीब की पुण्यतिथि मनाने की अपील की थी, लेकिन गुरुवार को शेख मुजीब के नाम पर बने संग्रहालय के बाहर लाठी-डंडे लेकर खड़े लोगों ने किसी को वहां घुसने नहीं दिया। हसीना की पार्टी अवामी लीग ने एक्स पर जारी संदेश में कहा है कि सभी विरोधियों ने मिलकर लोगों को बंगबंधु की पुण्यतिथि मनाने से रोका और कई स्थानों पर उनकी पिटाई भी की।

खालिदा की पार्टी ने की हसीना की गिरफ्तारी की मांग

पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने गुरुवार को देश के तमाम शहरों में धरना देकर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की गिरफ्तारी और हिंसा के लिए उन पर मुकदमा चलाए जाने की मांग की। बांग्लादेश में चार और पांच अगस्त की हिंसा में करीब 250 लोग मारे गए थे। उसी के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था।

हिंदुओं की सुरक्षा वाले रुख का अमेरिका ने किया स्वागत

अमेरिका ने हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के प्रति बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के रुख का स्वागत किया है। साथ ही भारत के साथ तालमेल बनाकर स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयासों की प्रशंसा की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि बांग्लादेश के मसले पर अमेरिका भारत और क्षेत्र के अन्य देशों के संपर्क में भी है। अमेरिका चाहता है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमले बंद हों और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मिले।