सऊदी अरब में बन रहे 'Mukaab' पर बरपा हंगामा, मुस्लिम समुदाय के लोगों को यह इमारत देखकर क्यों याद आ रहा 'काबा'
Mukaab क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने राजधानी रियाद के सेंटर में न्यू मुरब्बा नाम के हाईटेक सिटी निर्माण करने का फैसला लिया है। यह सऊदी प्रिंस के ड्रीम प्रोजेक्ट विजन 2030 का हिस्सा है। लेकिन इस प्रोजेक्ट में बनने वाली एक बिल्डिंग को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। क्या 'नया काबा' बना रही है सऊदी अरब सरकार? हजारों लोग सोशल मीडिया पर यह सवाल पूछ रहे हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की लीडरशिप में सऊदी अरब नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। तेल की निर्भरता को कम करने के लिए यह देश भविष्य में दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ कदमताल करने की कोशिश में जुटा है।
नए सऊदी अरब का सपना संजोए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने राजधानी रियाद के सेंटर में न्यू मुरब्बा (New Murabba) नाम के हाईटेक सिटी निर्माण करने का फैसला लिया है। यह सऊदी प्रिंस के ड्रीम प्रोजेक्ट विजन 2030 का हिस्सा है। हालांकि, खासकर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों में इसकी संरचना को लेकर काफी नाराजगी है।
जानें- क्या है मामला
शहर के बीच में बनने वाली बिल्डिंग का नाम मुकाब (Mukaab) होगा। सरकार ने इस प्रस्तावित शहर का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें शहर के मुख्य आकर्षण मुकाब बिल्डिंग ही है। दरअसल, वीडियो में दिखाया गया है कि मुकाब बिल्डिंग की संरचना इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल 'काबा' की संरचना जैसी है।
गौरतलब है कि काबा और मुकाब का अर्थ अरबी में एक ही है- घनाकार आकृति ( cubical structure)। इस बिल्डिंग की संरचना को देखकर कई लोगों का मानना है कि एमबीएस ने काबा के तर्ज पर ही इस बिल्डिंग के निर्मान करने की कोशिश की है।
HRH Crown Prince announced today the launch of the New Murabba Development Company, chaired by His Royal Highness, to develop the world’s largest modern downtown in Riyadh.#NewMurabba
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— Public Investment Fund (@PIF_en) February 16, 2023
क्या होगी इस शहर की खासियत
गुरुवार को एमबीएस ने न्यू मुरब्बा डेवलपमेंट कंपनी के लॅान्च की घोषणा की है। इस घोषणा के पीछे एमबीएस का लक्ष्य रियाद को दुनिया का सबसे बड़ा आधुनिक शहर विकसित करना है। जानकारी के मुताबिक, न्यू मुरब्बा शहर में एक डिजाइन यूनिवर्सिटी, संग्रहालय, टेक्नोलॅाजी , एक थिएटर और मनोरंजन और सांस्कृतिक स्थान होंगे।
दिलचस्प बात है कि शहर में पर्यावरण का भी खास ख्याल रखा गया है। यह न्यूयॉर्क की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जैसी 20 बिल्डिंगों के बराबर होगी। इसके सेंटर में एक बड़ा सर्पिल टावर का भी निर्माण कराया जाएगा।
विवाद में घिरे बिल्डिंग मुकाब के संरचना की बात करें तो यह बिल्डिंग 400 मीटर ऊंची, 400 मीटर चौड़ी और 400 मीटर लंबी होगी। इसके अलावा, यह दुनिया में सबसे बड़े इमारतों में से एक होगी।
न्यू मुरब्बा शहर में 2.5 करोड़ वर्ग किमी से ज्यादा का फ्लोर स्पेस है। 104,000 फ्लैंट्स होंगे । 9,000 से ज्यादा होटल के कमरे भी होंगे। 14 लाख स्क्वायर मीटर का ऑफिस स्पेस, 6.2 लाख स्क्वायर किमी का लीज स्पेस होगा।
(फोटो सोर्स: ट्विटर)
आखिर क्या है इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य
इस प्रोजेक्ट को किंगडम के सॉवरेन वेल्थ फंड, पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (PIF) बना रही है। प्रोजेक्ट के पीछे लक्ष्य की बात करें तो सऊदी अरब को उम्मीद है कि इस मेगा प्रोजेक्ट से देश को 50 अरब डॅालर का फायदा होगा। वहीं, इस प्रोजेक्ट के जरिए तीन लाख से भी अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
आलोचना करने वालों ने क्या कहा
वैश्विक जोखिम और खुफिया फर्म, इंटरनेशनल इंटरेस्ट के प्रबंध निदेशक, सामी अल-हचिमी अल-हमीदी से लेकर द इंटरसेप्ट के रिपोर्टर मुर्तजा हुसैन ने सोशल मीडिया पर इस बिल्डिंग की संरचना पर सवाल उठा रहे हैं।
प्रोफेसर असद अबू खलील ने तो ट्वीट के जरिये यह भी लिख दिया, 'ऐसा लगता है कि क्राउन प्रिंस अपना काबा बना रहे हैं। क्या सलमान इसे मुसलमानों के लिए नए किबला बना रहे हैं।'
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