विदेशों में ईरान के दुश्मनों का चुन-चुन कर करता था खात्मा, कौन है रेजा सेराज जिसकी मौत पर इजरायल होगा खुश
Who is Reza Seraj ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के पूर्व विदेशी खुफिया प्रमुख रेजा सेराज की मौत होने की खबर सामने आई है। सेराज ने ईरान की विदेश में हत्या की साजिशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उसके दुश्मनों का खात्मा किया था। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने उस पर मानवाधिकारों के हनन का भी आरोपी बना रखा था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Who is Reza Seraj ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के पूर्व विदेशी खुफिया प्रमुख रेजा सेराज की मौत होने की खबर सामने आई है। सेराज ने ईरान की विदेश में हत्या की साजिशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उसके दुश्मनों का खात्मा किया था। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने उस पर मानवाधिकारों के हनन का भी आरोपी बना रखा था।
ब्रेन ट्यूमर से रेजा की हुई मौत
- रेजा की मौत बीते दिन ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के बाद हुई है। ईरान के खुफिया तंत्र में रेजा सेराज का बोलबाला था, जो दशकों तक फैला रहा।
- इसकी शुरुआत 1990 के दशक में हुई, जब रेजा ने "अलवी" सरनेम के तहत एक एजेंट के रूप में काम किया।
- रेजा यातना देकर राजनीतिक और छात्र कार्यकर्ताओं से जबरन कबूलनामा निकलवाने के लिए कुख्यात थे।
रिवोल्यूशनरी गार्ड के कई खुफिया अभियान में रहा हाथ
विदेश में IRGC के गुप्त अभियानों को संचालित करने में रेजा सेराज एक प्रमुख व्यक्ति था। पिछले साल, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने विदेश में हत्या के प्रयासों और ईरान में कई मानवाधिकार उल्लंघनों में उसकी संलिप्तता के लिए उसपर बैन तक लगा दिया था।
साइप्रस में की थी इजरायली की हत्या
रेजा के सबसे बड़े और विवादास्पद खुफिया कार्यों में IRGC के विशेष खुफिया निदेशालय यूनिट 4000 का नेतृत्व करना था। जहां उसने साइप्रस में एक इजरायली की हत्या की साजिश रची। हालांकि, इसके बाद इसे हटा दिया गया और सीरिया से निष्कासित किए गए एक व्यक्ति जावेद गफरी ने सेराज की बर्खास्तगी के बाद यूनिट को संभाला।
क्रूरता के लिए रेजा सेराज ने पाई ख्याति
अपने जीवनकाल में रेजा सेराज ने क्रूरता के लिए ख्याति पाई। उसने राजनेता अली अफशारी सहित कई कार्यकर्ताओं को प्रभावित किया। हाल ही में एक साक्षात्कार में अफशारी ने सेराज को साल 2000 में हुई अपनी गिरफ्तारी के दौरान भ्यानक पीड़ा देने के लिए जिम्मेदार बताया, जो पूछताछ के दौरान क्रूर रवैया अपनाता था।
खुफिया तंत्र से भी परे तक फैला था रेजा का प्रभाव
पत्रकार अहमद बटेबी ने भी अपने साथ हुए दुर्व्यवहार में सेराज की भूमिका की ओर इशारा किया, उन्होंने उस यातना का विवरण दिया, जिसके परिणामस्वरूप राज्य टेलीविजन पर झूठे बयान प्रसारित किए गए। रेजा सेराज का प्रभाव इतना था कि वो ईरान के खुफिया तंत्र से भी परे तक फैला था।
कैदी को तीन साल की जगह दी थी फांसी की सजा
रेजा सेराज को कई हिंसक घटनाओं में भी नाम आया था, जिसमें 2014 में एविन जेल में राजनीतिक कैदियों पर हमला भी शामिल है, जिसे "ब्लैक थर्सडे" के रूप में जाना जाता है। रेजा राजनीतिक कैदी घोलमरेजा खोसरावी सवादजानी की सजा को तीन साल से बढ़ाकर फांसी पर चढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार था। हमले के दो महीने से भी कम समय बाद जून 2014 में खोसरावी को फांसी पर लटका दिया गया था।