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पाकिस्‍तान नेशनल असेंबली के नए स्‍पीकर का चुनाव 16 अप्रेल को होगा, इससे पहले डिप्‍टी स्‍पीकर के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर होगी वोटिंग

पाकिस्‍तान की नेशनल असेंबली के लिए नए स्‍पीकर का चुनाव 16 अप्रेल को होगा। इससे पहले असेंबली के डिप्‍टी स्‍पीकर के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर वोटिंग होगी। इस चुनाव के पूरे शड्यूल को जारी कर दिया गया है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 14 Apr 2022 10:16 AM (IST)
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16 को चुना जाएगा पाकिस्‍तान नेशनल असेंबली का स्‍पीकर

इस्‍लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्‍तान की नेशनल असेंबली में नए स्‍पीकर के लिए चुनाव 16 अप्रेल को होगा। एआरवाई की खबर के मुताबिक इसके लिए मतदान 16 अप्रेल को शाम चार बजे होगा। इस संबंध में जारी इलेक्‍शन शड्यूल के मुताबिक स्‍पीकर आफिस में 15 अप्रेल तक नामांकन जमा कराया जा सकता है। इसी दिन नामांकन पत्रों की जांच भी की जाएगी। स्‍पीकर के लिए चुनाव सीक्रेट बैलेट के तहत किया जाएगा। 

आपको बता दें कि 9 अप्रेल को विपक्ष नेशनल असेंबली के स्‍पीकर कासिम सूरी के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव लेकर आया था। इस प्रस्‍ताव को पीएमएल-एन नेता मुर्तजा जावेद अब्‍बासी लेकर आए थे। नए स्‍पीकर को चुनने से पहले नेशनल असेंबली के डिप्‍टी स्‍पीकर के खिलाफ लाए अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर वोटिंग करवाई जाएगी। इसके बाद ही नए स्‍पीकर के लिए चुनाव को अंजाम दिया जाएगा। इमरान खान की सरकार के गिराने के बाद अब विपक्ष अपनी पंसद का स्‍पीकर बिठाने के लिए पूरी तरह से लामबंद दिखाई दे रहा है।   

पाकिस्‍तान के अखबार डान की खबर के मुताबिक कासिम सूरी ने इमरान खान के खिलाफ लाए अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर वोटिंग से पहले ही अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था। आपको यहां पर ये भी बता दें कि विपक्ष की तरफ से 3 अप्रेल को डिप्‍टी स्‍पीकर असद कैसर के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव लाया गया था। असद कैसर ने ही विपक्ष के अविश्‍वास प्रस्‍ताव को संविधान के अनुच्‍छेद 5 का हवाला देते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद ही नेशनल असेंबली में काफी हंगामा हुआ था और सुप्रीम कोर्ट को इस पूरे मामले पर स्‍वत: संज्ञान लिया था।

गौरतलब है कि पीटीआई के अधिकतर सांसदों ने नेशनल असेंबली से इस्‍तीफा दे दिया है। हालांकि इस सांसदों का ये इस्‍तीफा मंजूर हूुआ है या नहीं इस बारे में अब तक कुछ सामने नहीं आया है। जानकारों द्वारा कहा जा रहा है कि यदि इन सांसदों का ये इस्‍तीफा मंजूर कर लिया जाएगा तो मौजूदा सरकार के सामने बड़ा संकट सामने आ सकता है।