Pakistan: लाठियों की बरसात, पानी की बौछारें... बलूच प्रदर्शनकारियों पर पाक की बर्बरता; 200 लोग हिरासत में
Pakistan पुलिस 200 प्रदर्शकारियों को जबरन हिरासत में लेकर अज्ञात स्थान पर ले गई है। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों में प्रमुख नेता महरंग बलूच भी शामिल हैं। हालांकि पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने इस्लामाबाद में बलूच प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार की गई सभी महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया है। 19 दिसंबर को डेरा गाजी खान से इस्लामाबाद के लिए लांग मार्च शुरू किया था।
एएनआइ, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बलूच युवाओं की हत्या के खिलाफ बलूच प्रदर्शनकारियों के लांग मार्च को गुरुवार को इस्लामाबाद प्रवेश करने से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किए गए।
200 प्रदर्शनकारी हिरासत में
पुलिस 200 प्रदर्शकारियों को जबरन हिरासत में लेकर अज्ञात स्थान पर ले गई है। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों में प्रमुख नेता महरंग बलूच भी शामिल हैं। हालांकि, पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने इस्लामाबाद में बलूच प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार की गई सभी महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया है। बलूच यक-जेहती कमेटी (बीवाइसी) के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने राज्य प्रायोजित हिंसा के खिलाफ 19 दिसंबर को डेरा गाजी खान से इस्लामाबाद के लिए लांग मार्च शुरू किया था।
अज्ञात स्थानों पर ले जाया जा रहा प्रदर्शनकारियों को
बता दें कि नवंबर में 24 वर्षीय बलूच युवक मोला बख्श की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसके बाद से ही विभिन्न शहरों में बलूच युवक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। बीवाइसी ने एक्स पोस्ट में कहा कि गुरुवार को जब यह मार्च इस्लामाबाद में प्रवेश करना चाह रहा था तभी पंजाब पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए, जिसमें महिलाएं भी शामिल है। बुधवार की रात से ही पुलिस ने बलूच प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। दर्जनों बलूच प्रदर्शनकारियों को पहले थाने में रखा गया और फिर बाद में अज्ञात स्थानों पर ले जाया गया।प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी पर हाई कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को बलूच प्रदर्शनकारियों की अवैध गिरफ्तारी पर पुलिस को फटकार लगाई है। हाई कोर्ट ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। चीफ जस्टिस अमीर फारूख ने इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) अकबर नासिर खान को तलब किया था।महिला प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को लेकर चीफ जस्टिस ने आइजी से पूछताछ की। उन्होंने हिरासत में भेजे गए और रिहा किए गए लोगों की संख्या के बारे में शुक्रवार तक आइजी से रिपोर्ट मांगी है। उधर, कार्यवाहक पीएम अनवारुल हक काकर ने कहा कि बलूच प्रदर्शनकारियों की शिकायतों का समाधान करने के लिए मंत्री फवाद हसन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जिन लोगों ने कानून का उल्लंघन नहीं किया है उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।