पीएम शहबाज लंदन में PML-N सुप्रीमो नवाज शरीफ से करेंगे मुलाकात, नए सेना प्रमुख की नियुक्ति पर हो सकती है चर्चा
पाकिस्तान के अखबार ने कहा कि इस मुलाकात में शहबाज पाकिस्तान के सेना प्रमुख की नियुक्ति पर नवाज से सलाह लेंगे। वहीं पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने पीएम शहबाज शरीफ की यात्रा की घोषणा की लेकिन उन्होंने लंदन यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
इस्लामाबाद, एएनआई। COP27 जलवायु सम्मेलन के लिए मिस्र की अपनी यात्रा के पूरी होने के बाद, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ PML-N सुप्रीमो और बड़े भाई नवाज शरीफ से मिलने के लिए लंदन जा रहे हैं। बता दें कि अप्रैल में उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद से लंदन की उनकी यह तीसरी यात्रा है। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बताया कि यह दौरा पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा का 29 नवंबर को कार्यकाल खत्म होने से दो हफ्ते पहले हो रहा है।
मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्वीट कर कहा
पहले की रिपोर्टों का हवाला देते हुए, पाकिस्तान के अखबार ने कहा कि इस मुलाकात में शहबाज पाकिस्तान के सेना प्रमुख की नियुक्ति पर नवाज से सलाह लेंगे। वहीं पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने पीएम शहबाज शरीफ की यात्रा की घोषणा की, लेकिन उन्होंने लंदन यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। मरियम ने बुधवार शाम ट्वीट किया, 'सीओपी 27 सम्मेलन में भाग लेने के बाद, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ एक निजी उड़ान से लंदन के लिए रवाना हुए।'
आपको मालूम हो कि अप्रैल में एक अविश्वास मत से इमरान खान के सत्ता से बेदखल होने के साथ शुरू हुआ राजनीतिक घमासान अब तक जारी है। जल्द चुनाव के आह्वान के अलावा, गठबंधन सरकार और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बीच नए सेना प्रमुख की नियुक्ति की बात कही जा रही है।
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार के लेख में
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने द फ्राइडे टाइम्स के लिए एक लेख में लिखा, 'कोई सहमत हो या न हो, मौजूदा राजनीतिक गतिरोध अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति के बारे में है। यह तब शुरू हुआ जब पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान पद पर थे।' उन्होंने आगे लिखा, 'पीटीआई अध्यक्ष ने सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल में तीन साल का विस्तार दिया था, लेकिन एक बार जब उन्होंने इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक के स्थानांतरण पर उनके साथ मतभेद पैदा कर दिए, तो उन्होंने उन्होंने उसे जल्दी बर्खास्त करने और नौकरी के लिए एक वफादार नियुक्त करने का फैसला किया।'
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