Hyundai के ग्राहकों के लिए आई राहत की खबर, जून तक उत्पादन क्षमता बढ़ा बैकलॉग ऑर्डर कम करने की तैयारी
Hyundai Motor India इस साल जून तक अपने वाहनों का उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत हुंडई 8.2 लाख यूनिट तक अपनी क्षमता बढ़ाने वाली है। कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियों में Hyundai Creta और Venue है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। सेमीकंडक्टर चिप की कमी से कारों की डिलीवरी में हुई देरी की समस्या को वाहन निर्माता कंपनी हुंडई दूर करने की योजना बना रही है। हुंडई मोटर इंडिया इस साल जून से अपनी उत्पादन क्षमता सालाना 8.2 लाख यूनिट तक बढ़ाएगी। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने जानकारी दी कि हुंडई सेमीकंडक्टर आपूर्ति में सुधार के साथ बैकलॉग ऑर्डर को कम करना चाहती है।
एक लाख से ज्यादा यूनिट्स की डिलीवरी में देरी
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी उनसू किम ने बताया कि इस साल सेमीकंडक्टर की स्थिति बेहतर हो रही है और इस वजह से डिलीवरी में हुई देरी को ठीक किया जा सकता है। कंपनी ने बताया कि वर्तमान में लगभग 1.15 लाख यूनिट्स का बैकलॉग ऑर्डर है, जिनमें से अधिकांश मांग क्रेटा और वेन्यू कार के लिए हैं। कंपनी के मुताबिक, पिछले साल क्रेटा की आपूर्ति 1,40,000 थी, जो 2021 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक थी।
जल्द आएंगे Hyundai के अन्य
गर्ग ने आगे कहा कि जैसे-जैसे सेमीकंडक्टर्स मिलेंगे, कंपनी क्रेटा की अधिक बिक्री के लिए क्षमता बढ़ाने के साथ नए मॉडल भी पेश करेगी। इसी क्रम में कंपनी 20 जनवरी, 2023 को अपने दो मॉडल्स i20 निऑस और नई ऑरा फेसलिफ्ट को पेश करने वाली है। कंपनी ने इन गाड़ियों की बुकिंग शुरू कर दी गई है और इसके लिए 11,000 रुपये की टोकन मनी रखी गई है।
हुंडई ग्रैंड i10 निऑस में 1.2 लीटर वाला 4-सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 82bhp की पावर और 114Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम हो सकता है। वहीं, ट्रांसमिशन विकल्पों में 5-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स को जोड़ा जा सकता है। दूसरी तरफ, ऑरा फेसलिफ्ट में 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 83hp की पावर और 113.8Nm का पीक टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। साथ ही इसमें CNG किट का विकल्प भी मिलता है।