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Economic Survery 2024: ऑटो क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना में 67,690 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए-आर्थिक सर्वेक्षण

संसद में बजट सत्र के दौरान बजट (Budget 2024) पेश करने से पहले सोमवार को केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) को पेश किया। इस दौरान सरकार ने बताया कि ऑटोमोबाइल सेक्‍टर में पीएलआई योजना में 67690 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्‍ताव आए हैं। सरकार की ओर से आर्थिक सर्वेक्षण में और क्‍या जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं।

By Agency Edited By: Sameer Goel Updated: Mon, 22 Jul 2024 02:15 PM (IST)
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आर्थिक सर्वेक्षण 2024 के मुताबिक देश में ऑटोमोबाइल सेक्‍टर का प्रदर्शन कैसा रहा। आइए जानते हैं।

पीटीआई, नई दिल्‍ली। केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में पहली बार बजट (Budget 2024) पेश किया जाएगा। बजट पेश करने से पहले वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश किया गया है। जिसमें बताया गया है कि ऑटोमोबाइल सेक्‍टर के लिए पीएलआई योजना में 67690 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्‍ताव आए हैं। आर्थिक सर्वेक्षण में और क्‍या जानकारी दी गई है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।

PLI में आए 67690 करोड़ के प्रस्‍ताव

संसद में सोमवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में जानकारी दी गई है कि ऑटोमोबाइल और ऑटो घटकों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) ने अब तक 67,690 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश को आकर्षित किया है। इसमें कहा गया है कि मार्च 2024 के अंत तक 14,043 करोड़ रुपये की पूंजी का निवेश किया गया है।

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लोगों को मिला रोजगार

आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में कहा गया है कि इस योजना के तहत आवेदकों ने 1.48 लाख रोजगार सृजन का प्रस्ताव दिया है, जिसके मुकाबले 31 मार्च 2024 तक 28,884 नौकरियां पैदा हुई हैं। इसमें कहा गया है कि अब तक इस योजना के तहत 85 आवेदकों को मंजूरी मिल चुकी है। ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए पीएलआई योजना में वित्त वर्ष 23 से वित्त वर्ष 27 तक 25,938 करोड़ रुपये का बजटीय परिव्यय है। इस योजना को चैंपियन ओईएम इंसेटिव स्‍कीम और कंपोनेंट चैंपियन इंसेटिव स्‍कीम में उप-विभाजित किया गया है। इसके अलावा, सरकार ने मई 2021 में 18,100 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी स्टोरेज पर राष्ट्रीय कार्यक्रम को मंजूरी दी है।

कैसा रहा उत्‍पादन

नवीनतम आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक वित्त वर्ष 20 से वित्त वर्ष 23 के दौरान ऑटोमोटिव पार्ट्स के घरेलू उत्पादन और खपत के मूल्य में बढ़ोतरी पिछले पांच सालों के मुकाबले में कम रही है। पिछले दशक की पहली छमाही में, यात्री वाहनों, जैसे कारों और यूटिलिटी वाहनों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई। हालांकि, कोरोना महामारी का ऑटोमोटिव उद्योग के सभी क्षेत्रों पर काफी प्रभाव पड़ा है। जबकि यात्री वाहनों ने काफी तेजी से स्थिति को सामान्‍य किया। लेकिन दो पहिया, तिपहिया के साथ ही वाणिज्यिक वाहनों की रिकवरी अभी जारी है। वित्त वर्ष 24 में, देश में लगभग 49 लाख यात्री वाहन, 9.9 लाख तिपहिया, 214.7 लाख दोपहिया और 10.7 लाख कमर्शियल वाहनों का उत्पादन किया गया है।

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