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LNMU: मिथिला व संस्कृत विश्वविद्यालय में सालों से नहीं हो रहा छात्र संघ चुनाव, प्रोटेस्ट करेंगे स्टूडेंट यूनियन

मिथिला व संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र चार साल बाद अपने नए नेता का इंतजार कर रहे हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली परेशान करने वाली है। हमारी समस्याओं को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं रहता है। छात्रों का कहना है कि प्रशासन के सामने हम बेहतर तरीके से अपनी समस्याओं को रख सके इसके लिए एक छात्र नेता का होना बेहद जरूरी है।

By Prince KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 22 Oct 2023 04:58 PM (IST)
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ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर दरभंगा। (जागरण फोटो)
जागरण संवाददाता, दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की समस्याओं की लिस्ट लंबी होती जा रही है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली परेशान करने वाली है। समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है।

विद्यार्थियों की मांग है कि समस्याओं से निपटने और महाविद्यालय व विवि प्रशासन के सामने विद्यार्थियों की मांगों को रखने के लिए के लिए एक प्रतिनिधि की जरूरत है। दूसरी ओर विवि प्रशासन विद्यार्थियों को उनका प्रतिनिधि देने को तैयार नहीं है।

चार साल से नए प्रतिनिधि का इंतजार

विवि के छात्र चार साल से अपना नया प्रतिनिधि चुनने का इंतजार कर रहे हैं। प्रतिनिधि न होने से छात्र अपनी समस्याओं को भी पुरजोर तरीके से नहीं उठा पा रहे हैं। 

विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता के चलते राजनीति की पहली सीढ़ी कहे जाने वाले छात्र संघ के चुनाव की मांग कुंद पड़ चुकी थी। हालांकि, इस मांग को लेकर छात्र संगठन इस बार धरना-प्रदर्शन करने के मूड में हैं।

राजनीति में पृष्ठभूमि तलाशने वाले छात्रों के लिए छात्र संघ चुनाव अहम होते हैं। ऐसे में यह चुनाव उनके भविष्य का भी फैसला करते हैं। छात्र नेताओं का कहना है कि हर राजनीतिक दल की युवा इकाई छात्र संघ चुनाव के पक्ष में है।

विवि प्रशासन ने क्या कहा ?

बता दें कि वर्तमान में स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो रही है। इसके बाद भी छात्र संघ चुनाव को लेकर विश्वविद्यालय में किसी भी तरह की चहल-पहल नहीं दिख रही है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें तो शीघ्र चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो सकी है।

क्यों नहीं हो रहा छात्र संघ का चुनाव ?

मिथिला विवि में सालों से छात्र संघ चुनाव नहीं हो रहे हैं। 2019 में हुए चुनाव के बाद अब तक चुनाव प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। कभी कोरोना को बहाना बनाया गया, तो कभी कुछ और कारण बताए गए।

हालांकि, समय समय पर छात्रों ने विवि प्रशासन को चुनाव जल्द कराने के संबंध में कई बार अवगत भी कराया। इसके बाद भी आजतक विवि ने छात्र संघ चुनाव के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया।

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छात्र नेताओं ने क्या कहा ?

एनएसयूआई के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रहलाद कुमार सिंहा ने कहा कि पिछले तीन सालों से छात्र संघ चुनाव कराने में विश्वविद्यालय प्रशासन आनाकानी कर रहा है। जबकि राज्य के अन्य विवि में चुनाव संपन्न कराया जा चुका है। मिथिला विश्वविद्यालय अपनी भ्रष्ट नीति और नाकामी को छिपाना चाहती है। छात्र संघ चुनाव का लाभ नैक के मूल्यांकन में भी मिलता है। एनएसयूआई चाहती है कि छात्र को अपना प्रतिनिधि मिले।

छात्र संघ चुनाव का मंच छात्र को राजनीतिक में आने के लिए एक मौका प्रदान करती है। लेकिन हाल के दिनों में विवि प्रशासन की तानाशाही रुख सामने है विवि प्रशासन छात्रों आन्दोलन की डर से छात्र संघ की मजबूत स्थिति उनके प्रशासन में न हो इस लिए वो छात्र संघ चुनाव कराना नही चाहते हैं। हम विवि प्रशासन से छात्र संघ चुनाव अविलंब कराने की मांग करते हैं।

प्रिंस राज, जिलाध्यक्ष, आइसा दरभंगा।

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